कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने कलकत्ता हाई कोर्ट के उस फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसमें उनकी कथित वित्तीय अनियमितताओं की सीबीआई जांच का आदेश दिया गया था।
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ के समक्ष 6 सितंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध याचिका, मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या के बाद घोष की बढ़ती जांच के बीच आई है।
कोलकाता की एक अदालत ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कथित वित्तीय कदाचार की चल रही जांच के तहत घोष को तीन अन्य लोगों के साथ आठ दिनों के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने यह तर्क देते हुए 10 दिन की हिरासत की मांग की थी कि भ्रष्टाचार के मामले में एक बड़ा सांठगांठ शामिल है, जिसके लिए आगे की जांच की आवश्यकता है।
सीबीआई ने अलीपुर जज कोर्ट के समक्ष दलील दी। हमने अभी चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एक बड़ा सांठगांठ है जिसे उजागर करने की जरूरत है, और इसलिए हम उनसे पूछताछ की मांग कर रहे हैं। पूरे सांठगांठ का खुलासा करने के लिए हमें उनकी हिरासत की जरूरत है।