RLD ने घोषित किए उम्मीदवार, बिजनौर से चंदन चौहान, बागपत से राजकुमार सांगवान पर क्यों दांव?
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लोकसभा चुनाव के लिए जयंत की पार्टी रालोद ने भी प्रत्याशी घोषित कर दिया है। रालोद ने बिजनौर से चंदन चौहान और बागपत से राजकुमार सांगवान को मैदान में उतारा गया है। इससे पहले बागपत से जयंत की पत्नी का नाम चर्चा में था।

माना जा रहा है परिवारवाद के आरोपों से बचने के लिए जयंत चौधरी ने बड़ा फैसला लिया है। रालोद ने भले ही अभी तक आधिकारिक रूप से एनडीए में शामिल होने की घोषणा नहीं की थी लेकिन आज उसका भी ऐलान कर दिया है। बागपत में 44 साल बाद ऐसा मौका आया है, जब चौधरी चरण सिंह परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ रहा है। 1977 से अब तक चौधरी चरण सिंह, अजित सिंह और जयंत चौधरी किसी न किसी रूप में चुनाव लड़ते रहे हैं। पिछला चुनाव जयंत चौधरी ने बागपत से लड़ा था, लेकिन हार गए थे।

भाजपा ने यूपी में सहयोगियों को पांच सीटें दी हैं। रालोद को दो, अपना दल को दो और ओपी राजभर की सुभासपा को एक सीट दी गई है। रालोद को बिजनौर और बागपत सीटें दी हैं। जयंत ने बिजनौर से चंदन और बागपत से राजकुमार के साथ ही एमएलसी के लिए भी अपने प्रत्याशी का ऐलान किया। योगेश चौधरी को विधान परिषद के लिए प्रत्याशी बनाया गया है।

जयंत चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक तरह से एनडीए के साथ गठबंधन की आधिकारिक घोषणा भी कर दी। उन्होंने तीनों प्रत्याशियों का नाम घोषित करते हुए लिखा कि राष्ट्रीय लोकदल का झंडा बुलंद रखने वाले ये तीनों प्रतिनिधि आपके सहयोग और आशीर्वाद से सदन पहुंचकर किसान, कमेरा और विकास की बात करेंगे!

जयंत ने लिखा कि रालोद ने एनडीए का साथ गठबंधन में आगामी लोकसभा चुनाव और विधान परिषद चुनाव के लिए प्रत्याशियों का चयन कर लिया है। बिजनौर से चंदन चौहान और बागपत से डॉक्टर राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है। विधान परिषद के लिए योगेश चौधरी का चयन किया गया है।

कौन हैं चंदन चौहान और राजकुमार संगवान

चंदन चौहान इस वक्त मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से रालोद के विधायक भी हैं। चौहान गुर्जर समुदाय से आते हैं। उनके पिता संजय सिंह चौहान वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में बिजनौर से सांसद भी चुने गये थे। उनके दादा नारायण सिंह चौहान वर्ष 1979 में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

इसके अलावा राजकुमार सांगवान जाट बिरादरी के सबसे वरिष्ठ एवं प्रभावशाली नेताओं में शुमार किये जाते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाटों और गुर्जरों की खासी तादाद है, ऐसे में रालोद द्वारा इन दोनों बिरादरियों के उम्मीदवारों को उतारा जाना जातीय समीकरण साधने की कोशिश मानी जा सकती है।

डॉ. राजकुमार सांगवान
पिता का नाम : साहब सिंह
गांव: उपलेड़ा , मेरठ
वर्तमान पता : त्यागी हॉस्टल, वेस्टर्न कचहरी रोड, मेरठ
शिक्षा : एमए, पीएचडी
आयु : 63 वर्ष
प्रोफेशनल व्यवसाय: शिक्षक और किसान
राजनीतिक करियर : वर्ष 1982 में वे मेरठ में रालोद के जिला उपाध्यक्ष बने। इसके बाद वर्ष 1986 में वे छात्र रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने। 1990 में मेरठ के युवा रालोद के जिलाध्यक्ष रहे। इसके बाद वे युवा रालोद में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष बने। वर्ष 1995 में चौधरी अजित सिंह ने उन्हें झारखंड और बिहार के चुनाव का प्रदेश प्रभारी बनाया। इसके बाद वे रालोद में प्रदेश महामंत्री और प्रदेश महामंत्री सगंठन बने। वर्तमान में रालोद के राष्ट्रीय सचिव हैं।
पार्टी में पद: रालोद के राष्ट्रीय सचिव

चंदन चौहान
पिता का नाम : स्व. संजय चौहान पुत्र चौधरी नारायण सिंह
गांव: बीनदा, कैराना
वर्तमान पता : झांसी की रानी चौक के निकट, मुजफ्फरनगर
शिक्षा : स्नातक प्रोफेशनल
आयु : 36 वर्ष
प्रोफेशनल व्यवसाय: किसान और वकील
राजनीतिक करियर : वर्ष 2022 में मुजफ्फरनगर की मीरापुर विस सीट से पहली बार विधायन चुने गए।
पार्टी में : रालोद की युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष

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