पीएम नरेंद्र मोदी ने डीएमके की ओर से कई बार सनातन धर्म पर हमला बोलने वाले बयानों को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की चुप्पी खलने वाली है। आखिर कांग्रेस की क्या मजबूरी है कि वह सनातन धर्म के खिलाफ जहर उगलने वालों के साथ है और चुप्पी साधे हुए है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने ANI को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘कांग्रेस को पूछना चाहिए कि तुम्हारी क्या मजबूरी है कि सनातन के खिलाफ इतना जहर उगलने वाले लोगों के साथ आप क्यों बैठे हैं। डीएमके के खिलाफ इतना गुस्सा पैदा हुआ है कि वह भाजपा की ओर डायवर्ट हो रहा है।’
पीएम मोदी ने कहा कि डीएमके का तो समझ में आता है। उसका तो जन्म ही शायद इस नफरत में पैदा हुआ है, लेकिन कांग्रेस की क्या मजबूरी है कि उनके साथ बैठी हुई है। उन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में कई दलों के नेताओं के न आने पर भी सवाल उठाया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे लिए राम मंदिर कभी राजनीति का मुद्दा नहीं रहा। उन लोगों के लिए यह मुद्दा था, जो आए नहीं। पीएम मोदी ने कहा, ‘रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को राजनीतिक रंग दिए जाने पर पीएम मोदी ने कहा कि यह उनके लिए हथियार था। अब राम मंदिर बन गया है तो उनके हाथ से यह मुद्दा ही चला गया।’
प्रधानमंत्री मोदी लगातार अपनी चुनावी सभाओं में भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से विपक्ष के दूर रहने पर सवाल उठा रहे हैं। यही नहीं तमिलनाडु में तो वह खासतौर पर सक्रिय हैं और इस साल अब तक 7 बार जा चुके हैं। वह कोयंबटूर समेत कई अहम सीटों को टारगेट करते हुए कैंपेन कर रहे हैं। भाजपा के रणनीतिकारों को उम्मीद है कि तमिलनाडु में उसे इस बार आधा दर्जन सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा केरल, तेलंगाना जैसे दक्षिणी राज्यों से भी भाजपा को जीत की खासी उम्मीद है। गौरतलब है कि कर्नाटक के अलावा अन्य दक्षिण राज्यों में भाजपा हमेशा से कमजोर ही रही है।