लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र में पवार बनाम पवार की लड़ाई होने जा रही है। अजित पवार ने कर्जत में अभी से ताल ठोक दी। लोकसभा चुनाव से पहले अजित पवार खेमे मे घोषणा की है कि वह उन सभी चार सीटों पर चुनाव लड़ेंगे जिसे पिछली बार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने जीता था।
ये सीटें बारामती, शिरूर, सतारा और रायगढ़ हैं। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को कर्जत में आयोजित मंथन शिविर में यह घोषणा की। अजित पवार ने कहा कि हम बारामती, शिरूर, सतारा और रायगढ़ की लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
बता दें कि बारामती से अजित पवार की चचेरी बहन और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले लोकसभा सांसद हैं। अजित पवार की इन सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए बारामती से सांसद और अजित पवार की बहन सुप्रिया सुले ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। सुले ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। उन्होंने कहा, “उनका स्वागत है। जनता तय करेगी कि कौन जीतेगा।”
गौरतलब है कि अजित पवार ने जुलाई की शुरुआत में महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के लिए अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी थी। इस बगावत से दो दिन पहले 30 जून को पार्टी के नाम के साथ-साथ चुनाव चिह्न पर दावा करते हुए उन्होंने निर्वाचन आयोग से संपर्क किया था और बाद में 40 विधायकों के समर्थन से खुद को पार्टी अध्यक्ष घोषित कर दिया था।
प्रफुल्ल पटेल ने राकांपा के दोनों गुटों के एक साथ आने की अफवाहों को नकारा
अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह गलतफहमी है कि पार्टी के दोनों गुट जल्द ही एक साथ आएंगे। कर्जत में राकांपा के दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं से बात करते हुए पटेल ने दावा किया कि पार्टी के अधिकांश जन प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ हाथ मिलाने के अजीत पवार के फैसले का समर्थन किया है।
पटेल ने कहा, ‘‘राकांपा (शरद पवार के नेतृत्व वाली) के कुछ लोग आम जनता को यह विश्वास दिलाने के लिये गुमराह कर रहे हैं कि हम फिर से एक साथ आ रहे हैं। मैं यह स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि हम महाराष्ट्र के हित के लिए अजित पवार के नेतृत्व में राकांपा में काम कर रहे हैं।’’ अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार के बीच मुलाकातों पर उन्होंने कहा कि उनकी मुलाकात अक्सर नहीं होती। पटेल ने कहा, ‘‘पवार परिवार इस महीने की शुरुआत में अपने वार्षिक दिवाली मिलन समारोह (जहां अजित और शरद पवार मौजूद थे) के लिए एक साथ आए थे।’’ अजित पवार इस साल जुलाई में अपने चाचा द्वारा स्थापित पार्टी को विभाजित करके महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे।