विपक्षी गठबंधन INDIA की तीसरी बैठक महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में हुई. इससे पहले पटना और बेंगलुरु में बैठक हो चुकी है. मुंबई में बैठक दो दिन तक चली. तीन बैठकों के बाद गठबंधन ने अब तक ना तो संयोजक तय कर पाया और ना ही लोगो.
यही नहीं सीट शेयरिंग को लेकर भी पेंच फंसा है. आखिर बात कहां नहीं बन रही है. दरअसल, सीटों के बंटवारे को लेकर समस्या विधानसभा इलेक्शन को लेकर है. चाहे समाजवादी पार्टी हो या नीतीश कुमार, ममता बनर्जी हों या अरविंद केजरीवाल ज्यादातर नेता चाहते हैं कि सीट शेयरिंग फॉर्मूला जल्द से जल्द तय हो जाए. लेकिन कांग्रेस इसको लेकर पशोपेश में है.
कांग्रेस आलाकमान का मत है कि राज्यों के चुनाव के नतीजे आने के बाद ही सीट शेयरिंग पर चर्चा हो. दरअसल, कांग्रेस रणनीतिकारों का अंदाजा है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्य में उनकी उम्मीदें प्रबल हैं और ऐसे में अगर ये राज्य कांग्रेस की झोली में आते हैं तो जाहिर तौर पर उनका पलड़ा भारी होगा.
सूत्र ये भी बता रहे हैं कि मौजूदा परिस्थितियों में समाजवादी पार्टी अगर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सीटें देगी तो वो राजस्थान और मध्य प्रदेश में सीटों में भागीदारी चाहेगी. उसी तरफ आम आदमी पार्टी को दिल्ली-पंजाब में सीट के बदले में कांग्रेस से हरियाणा और राजस्थान में उम्मीद है. ऐसे में INDIA के बीच सीट बंटवारे को लेकर आम राय बनाना किसी पहेली को सुलझाने से कम नहीं है.