कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी गठबंधन का नाम यूपीए की बजाय INDIA रखने के फैसले की जानकारी दी है। यही नहीं उन्होंने कहा कि गठबंधन में 11 नेताओं को चुना जाएगा, जो संयोजक के तौर पर काम करेंगे।
इन नेताओं के नाम तय करने के लिए मुंबई में अगली मीटिंग होगी। उन्होंने कहा कि INDIA गठबंधन के लिए चुनाव तक एक नया सचिवालय भी होगा। यह सचिवालय दिल्ली में बनाया जाएगा। खरगे ने कहा कि हमारी इस मीटिंग में 26 दल रहे हैं, जबकि पटना में 16 ही थे। इस तरह हमारा काफिला बढ़ता जा रहा है। इसी का असर है कि मोदी जी ने अब NDA की मीटिंग बुला ली है। वह जल्दी में अपने पुराने साथियों को याद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले उन्होंने अपने गठबंधन साथियों से बात तक नहीं की थी। इसके चलते बहुत से लोग उन्हें छोड़कर चले गए। अब हमारी मीटिंग से डरकर एनडीए के विस्तार की कोशिश है। पिछले कुछ सालों में एनडीए टुकड़े-टुकड़े हो गया था, जिन्हें अब जोड़ने का काम मोदी जी कर रहे हैं। खरगे ने कहा कि आज विपक्ष पर शिकंजा कसने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। खरगे ने कहा कि आज हमने कई मुद्दों पर चर्चा की है। उन्होंने इस दौरान मीडिया पर भी हमला बोला और कहा कि इस मीटिंग के बारे में तरह-तरह के प्रचार किए गए।
ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने अरुणाचल से बंगाल तक सरकारों को बेचने और खरीदने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हमने जो नया गठबंधन बनाया है, उसका नाम INDIA है। अब बताइए कि क्या भाजपा या NDA की हिम्मत है कि वे INDIA को चैलेंज कर सकें। उन्होंने कहा कि हम देश के लिए साथ खड़े हुए हैं। आज से चुनौती की शुरुआत हुई है। अब देखना होगा कि NDA क्या INDIA का मुकाबला कर पाएगा। उन्होंने कहा कि हमें INDIA को बचाना है और भाजपा को देश बेचना है, जिसे हमें सत्ता से बाहर करना होगा।
उद्धव बोले- तानाशाही के खिलाफ खड़ा हो रहा है देश
इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश तानाशाही के खिलाफ खड़ा हो रहा है। एक पार्टी का मतलब देश नहीं हो सकता है। हम अगली मीटिंग महाराष्ट्र में करेंगे। इसकी तारीख जल्दी ही तय हो जाएगी। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी को 10 साल के लिए मौका दिया गया, लेकिन सब चौपट हो गया।
राहुल बोले- INDIA से जो टकराया है, वह जीत नहीं पाया
राहुल गांधी ने कहा कि हमारी लड़ाई भाजपा की विचारधारा और उनकी सोच के खिलाफ है। देश का पूरा धन कुछ हाथों में जा रहा है। हम जब चर्चा कर रहे थे तो खुद से सवाल पूछा कि लड़ाई किसके बीच में है। यह लड़ाई विपक्ष और भाजपा के बीच नहीं है। यह देश की आवाज के लिए लड़ाई है। इसीलिए यह नाम INDIA चुना गया। आप जानते हैं कि जब भी कोई INDIA के सामने खड़ा होता है तो जीत किसकी होती है। अब हम एक ऐक्शन प्लान तैयार करेंगे, जहां हम एक साथ मिलकर देश को अपनी विचारधारा और कार्यों के बारे में बताएंगे।