यूपी में 5 मार्च को कैबिनेट विस्तार हुआ। इसमें 2 भाजपा, एक रालोद और एक सुभासपा से मंत्री बनाया गया। योगी 2.0 सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार में अब मंत्रियों में विभाग का बंटवारा कर दिया गया है।दारा सिंह चौहान को कारागार विभाग मिला है। इसके पहले यह विभाग धर्मवीर प्रजापति के पास था। उन्हें अब नागरिक एवं होमगार्ड दे दिया गया है।जनवरी से ही यूपी में कैबिनेट विस्तार को लेकर सुगबुहाट तेज थी। ओपी राजभर के साथ दारा सिंह चौहान को भी मंत्री बनाए जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं। 5 मार्च को कैबिनेट विस्तार में 4 लोगों को मंत्री पद की शपथ ली। वहीं आज यानी 12 मार्च को विभागों का आवंटन कर दिया गया। धर्मवीर प्रजापति की बजाय दारा सिंह चौहान को कारागार विभाग सौंप दिया गया। हालांकि उन्हें नागरिक एवं होमगार्ड विभाग दिया गया। दूसरी ओर योगी सरकार ने सभी को एक-एक विभाग दिया है तो वहीं, ओपी राजभर को एक नहीं बल्कि तीन विभाग दे दिया है। पंचायती राज, मुस्लिम वक्फ एवं हज के अलावा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग भी मिला है। रालोद कोटे से मंत्री बने अनिल कुमार को विज्ञान और प्रोद्योगिकी विभाग, सुनील कुमार को आईटी और इलेक्ट्रॉनिक विभाग दिया गया है।
कभी भाजपा तो कभी सपा का थामा दामन
दारा सिंह चौहान योगी की पिछली सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे। लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा और कैबिनेट मंत्री से इस्तीफा देकर सपा ज्वाइन कर ली। सपा ने उन्हें घोसी से मैदान में उतारा और वह विधायक भी बने। लेकिन सपा के साथ उनका रिश्ता ज्यादा दिन तक न चल सका और 2023 में सपा से इस्तीफा देकर दोबारा भाजपा में लौट आए। यहां तक की एमएलए पद से भी इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद से खाली हुई घोसी सीट पर उपचुनाव हुआ। भाजपा ने उन्होंने मैदान में उतारा लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में जनवरी 2024 में भाजपा ने उन्हें एमएलसी उपचुनाव के जरिए विधानपरिषद में एंट्री दिलाई।