राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका दिया। उन्होंने राघव चड्ढा को संसद के ऊपरी सदन में पार्टी का नेता नियुक्त करने की AAP की अपील खारिज कर दी।
दरअसल, आप ने अपने सांसद राघव को संजय सिंह के स्थान पर राज्यसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया था। राज्यसभा सभापति को लिखे पत्र में AAP पार्टी के नेतृत्व ने कहा कि संजय सिंह की अनुपस्थिति में राघव चड्ढा अब से उच्च सदन में पार्टी के नेता होंगे। हालांकि, धनखड़ ने इसे मानने से इनकार कर दिया है।
आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह दिल्ली शराब नीति मामले में फिलहाल जेल में हैं। राज्यसभा सचिवालय के सूत्रों ने पुष्टि की कि चड्ढा को सदन का नेता नियुक्त करने के संबंध में आप की ओर से एक पत्र प्राप्त हुआ था। इस पर आगे का ऐक्शन लेने के लिए पत्र राज्यसभा महासचिव के पास भेजा गया। मालूम हो कि राघव चड्ढा राज्यसभा के सबसे युवा सदस्यों में से एक हैं। फिलहाल उच्च सदन में AAP के कुल 10 सदस्य हैं। राज्यसभा में भाजपा, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बाद सदस्यों की संख्या के हिसाब से आप चौथी सबसे बड़ी पार्टी है।
आबकारी घोटाले के मामले में जेल में बंद संजय सिंह
दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक डिग्री पर टिप्पणी को लेकर मानहानि मामले में संजय सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अहमदाबाद की मेट्रोपोलिटन कोर्ट ने उनके खिलाफ पेशी वारंट जारी किया। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट एसजे पांचाल की अदालत ने सिंह के खिलाफ पेशी वारंट तब जारी किया, जब उनके वकील ने अदालत को सूचित किया कि उन्हें अपने मुवक्किल से कोई निर्देश नहीं मिला है क्योंकि आप नेता दिल्ली की तिहाड़ जेल में हैं। सिंह को दिल्ली में आबकारी घोटाले से संबंधित धन शोधन मामले में 5 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। पेशी वारंट के माध्यम से मजिस्ट्रेट ने स्थानीय पुलिस को सिंह को तिहाड़ जेल से हिरासत में लेने और 11 जनवरी को अदालत के सामने पेश करने का निर्देश दिया। उस दिन अदालत मामले में आगे की सुनवाई करेगी।