भारत के खिलाफ अलगाववादी मुहिम चलाने वाले खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को अब हत्या का डर सताने लगा है। इस बात का जिक्र करते हुए पन्नू ने बाइडेन प्रशासन से अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रहा है।
टाइम मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख ने आरोप लगाया कि भारत सरकार वैश्विक खालिस्तान जनमत संग्रह मतदान अभियान चलाने के लिए उनकी हत्या करना चाहती है। पन्नू ने आगे कहाकि यह अमेरिकी संप्रभुता के लिए चुनौती है। यह अमेरिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए खतरा है।
एयर इंडिया को धमकी पर सफाई
इंटरव्यू के दौरान पन्नू ने एयर इंडिया को दी गई धमकी पर भी सफाई पेश की। उससे पूछा गया था कि उसने सिखों को एयर इंडिया के विमान से उड़ान भरने पर चेतावनी दी थी। इस पर खालिस्तानी अलगाववादी ने कहाकि मैं कह रहा था कि एयर इंडिया का बायकॉट करो। लेकिन लोग इसे एयर इंडिया को बम से उड़ाने की बात समझ बैठे। उसने कहाकि आखिर लोग कैसे बायकॉट करने और बम गिराने में अंतर नहीं कर पाते हैं? बता दें कि एयर इंडिया को धमकी देने वाले वीडियो के सामने आने के बाद पन्नू के खिलाफ आतंकवाद और साजिश रचने के आरोप लगे हैं।
खुद को निशाना बनाने पर जवाब
जी20 सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और बाइडेन के बीच खुद को निशाना बनाए जाने संबंधी सवाल का भी पन्नू ने जवाब दिया। उससे पूछा गया था कि क्या यह जानकारी आम होने से पहले उसे इसके बारे में पता था। एसएफजे चीफ ने कहाकि यह मेरा आधिकारिक बयान है कि भारत सरकार और मोदी शासन मुझे मारना चाहते हैं। वे वैश्विक खालिस्तान जनमत संग्रह मतदान अभियान चलाने के लिए मुझे खत्म करना चाहते हैं। पिछले हफ्ते भारत ने कहा था कि अमेरिका ने संगठित अपराधियों के नेक्सस, बंदूक कारोबारियों और आतंकियों के बीच सांठगांठ पर अहम जानकारी दी थी।
बाइडेन प्रशासन की पुष्टि
यह खबरें तब आई थीं, जब फाइनेंशियल टाइम्स ने खबर दी थी कि अमेरिका अपनी जमीन पर पन्नू को मारना चाहता है। जो बाइडेन प्रशासन ने भी पुष्टि की कि अमेरिका ने सीनियर लेवल पर भारत के सामने चिंता जाहिर की है। साथ ही उम्मीद जताई कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। अमेरिका के अनुसार, जब यह मुद्दा उठाया गया तो भारत हैरान और चिंतित था। उसने अमेरिका से कहा था कि यह सरकार की नीति नहीं है और वह मामले की जांच करेगा। विदेश मंत्रालय की यह टिप्पणी लंदन स्थित अखबार की उस खबर के जवाब में आई है जिसमें यह भी कहा गया है कि अमेरिका ने पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के खिलाफ भारत को चेतावनी दी है।