छत्तीसगढ़ के चुनाव नतीजे तो 3 दिसंबर को आएंगे, लेकिन मुख्यमंत्री के पद को लेकर एक बार फिर खींचतान तेज हो गई है। डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के एक बयान से सूबे की सियासत गरमा गई है। टीएस सिंहदेव का कहना है कि मेरे लिए यह आखिरी मौका है, यदि मैं सीएम नहीं बन पाया फिर चुनाव लड़ने का कोई औचित्य नहीं है।
हालांकि सीएम पद की दावेदारी में उन्होंने खुद को दूसरे नंबर पर बताया है। उन्होंने कहा कि विधायक दल और हाई कमान ही तय करेगा कि सूबे में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?
यह मेरा आखिरी मौका- टीएस सिंहदेव
अंबिकापुर में संवाददाताओं ने जब टीएस सिंहदेव से पूछा कि पिछले बार तो सरगुजा मुख्यमंत्री की कुर्सी से वंचित हो गया था, क्या इस बार आप सीएम बनेंगे? इस पर सिंहदेव ने कहा- यह मेरा आखिरी मौका है, सीएम ना बन पाने की स्थिति में चुनाव लड़ने का कोई औचित्य नहीं बचता है। कैप्टन तो सलेक्शन कमेटी बनाती है। आला कमान से टीम के सदस्य के रूप में जो भी जिम्मेदारी मिलेगी खेलूंगा। परिवार के मुखिया जो तय करेंगे वैसा होगा।
पांच साल पूरी तन्मयता से करूंगा काम
आगे चुनाव लड़ने की बात पर टीएस सिंहदेव ने साफ कहा कि अब हो गया। मतदान से पहले यह बात कहता तो गड़बड़ होती लेकिन अब हल्का होकर यह बात कह सकता हूं। यदि मुझे जनता जिताती है तो अगले पांच साल पूरी तन्मयता से काम करूंगा। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे होने की बात से इनकार करते हुए टीएस सिंहदेव ने कहा कि मैं दौड़ में सबसे आगे तो नहीं हूं, जो सिटिग चीफ मिनिस्टर है उनका दावा पहला है।
रेस में हो सकते हैं, और भी नाम
सिंहदेव ने कहा- हम जीतते हैं तो सबसे पहले उनका नाम विचार में आएगा लेकिन उसके आगे वो सोचते हैं तो और भी नाम इस रेस में हो सकते हैं। उसमें मेरा नाम भी हो सकता है लेकिन जिसको भी मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, उनके साथ हम सबको एक टीम के तौर पर काम करना है। पिछले ढाई साल के फार्मूले पर डिप्टी सीएम ने कहा कि ढाई साल के कमिटमेंट की बात अभी तक किसी ने सार्वजनिक रूप से नहीं कही है, वह समय आएगा तो उसकी भी चर्चा करेंगे। अभी कहीं कोई बात नहीं है।
क्या बोले सीएम भूपेश बघेल?
वहीं पाटन में जब CM भूपेश भूपेश से संवाददाताओं ने सवाल किया कि टीएस सिंहदेव के परिजन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उनका दावा जता रहे हैं। इस पर बघेल ने कहा कि कांग्रेस ने यहां मेरे चेहरे पर चुनाव लड़ा है, लेकिन मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला नतीजे आने के बाद विधायक दल और हाईकमान करेगा। छत्तीसगढ़ कांग्रेस पिछले 5 वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री पद को लेकर हमेशा सुर्खियों में रही है। सिंहदेव के परिवार के लोगों के बयान को ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री के फार्मूले से जोड़कर देखा जा रहा है।