भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बना गहरे दबाव का क्षेत्र शुक्रवार तक चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है और बांग्लादेश तट को पार कर सकता है।
उसने एक बुलेटिन में कहा कि गुरुवार को दबाव के क्षेत्र ने मजबूत होकर गहरे दबाव के क्षेत्र का रूप ले लिया और वह 17 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा में बढ़ रहा है। चक्रवाती तूफान की वजह से 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई हैं। इसके अलावा, कई राज्यों में तेज बारिश भी होगी।
मौसम विभाग ने बताया है कि पश्चिम बंगाल में 16 और 17 नवंबर और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में 17 नवंबर को भारी बारिश होगी। इसके अलावा, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में 16 से 18 नवंबर तक तेज बारिश होने जा रही है। दक्षिणी असम और पूर्वी मेघालय में 17 और 18 नवंबर को भी हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा कि गुरुवार सुबह साढ़े आठ बज यह आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम के पूर्व- दक्षिणपूर्व में करीब 390 किलोमीटर तथा ओडिशा में पारादीप के दक्षिण-दक्षिणपूर्व में 320 किलोमीटर की दूरी पर था।
आईएमडी ने बुलेटिन में कहा, ”इस तंत्र के उत्तर-उत्तपूर्व दिशा की ओर बढ़ते रहने एवं अगले 24 घंटे में मजबूत होकर चक्रवाती तूफान का रूप लेने एवं शनिवार तड़के मोंगला एवं खेपूपारा के बीच बांग्लादेश तट को पार कर लेने की आशंका है। हवा की रफ्तार 55-65 किलोमीटर प्रति घंटे से 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।” विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उसके प्रभाव से ओडिशा के कई हिस्सों खासकर तटीय क्षेत्र में भारी वर्षा होगी तथा 40 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। मछुआरों को 18 नवंबर तक गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी है क्योंकि इस दौरान वहां स्थिति बहुत खराब रहेगी।