इजरायल और हमास में जारी भीषण जंग के बीच ईरान ने अमेरिका को धमकी दी है। ईरान ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में कहा है कि यदि गाजा में युद्ध जारी रहता है तो अमेरिका को बख्शा नहीं जाएगा।
इजरायल और हमास के बीच सात अक्टूबर से जंग जारी है, जिसमें अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है। पहले हमास के आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया था, जिसके बाद अब गाजा पट्टी में हमास को खत्म करने के लिए इजरायल ने जी-जान लगा दी है। अमेरिका समेत ज्यादातर पश्चिमी देशों ने इजरायल का समर्थन किया है।
ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में हमास का समर्थन लेते हुए कहा कि अगर गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी हमास के खिलाफ इजरायल की जवाबी कार्रवाई बंद नहीं हुई तो अमेरिका भी इस आग से बच नहीं पाएगा। उन्होंने कहा, “मैं अमेरिकी राजनेताओं से, जो अब फिलिस्तीन में नरसंहार का प्रबंधन कर रहे हैं, स्पष्ट रूप से कहता हूं कि हम क्षेत्र में युद्ध के विस्तार का स्वागत नहीं करते हैं। लेकिन अगर गाजा में नरसंहार जारी रहा, तो वे इस आग से बच नहीं पाएंगे।”
छह हजार फिलिस्तीनियों की भी हो रिहाई
अमीरबदोल्लाहियान ने आगे कहा कि हमास ने ईरान से कहा है कि वह नागरिक बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है, साथ ही दुनिया को इजरायली जेलों में बंद 6,000 फिलिस्तीनियों की रिहाई के लिए जोर देना चाहिए। उन्होंने कहा, “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान कतर और तुर्की के साथ इस बेहद महत्वपूर्ण मानवीय प्रयास में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। स्वाभाविक रूप से, 6,000 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई वैश्विक समुदाय की एक और आवश्यकता और जिम्मेदारी है।”
सात हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत
इजरायल ने 7 अक्टूबर के हमले के प्रतिशोध में गाजा पर शासन करने वाले हमास का सफाया करने की कसम खाई है। हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमलों में 1,400 लोग मारे गए थे और सैकड़ों को बंधक बना लिया गया था। इजरायल गाजा पर जोरदार हवाई हमले कर रहा है। फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि गाजा पट्टी पर अब तक 7,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। इजरायल ने गुरुवार को बताया कि टैंकों और सेना के एक समूह ने गाजा में रात के समय घुसपैठ की है और इजरायली क्षेत्र में लौटने से पहले हमास के नियंत्रण वाले कई स्थलों को निशाना बनाया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ”जब हम लड़ाई जारी रखते हुए गाजा में प्रवेश करेंगे, तो हम हत्यारों – हमास-आईएसआईएस के भयानक अत्याचारों के अपराधियों से पूरी कीमत वसूलेंगे।”