रद्द हो गई INDIA गठबंधन की भोपाल रैली, आगे की तारीख का पता नहीं; कांग्रेस ने बनाया अपना प्लान
Sharing Is Caring:

कांग्रेस के शीर्ष नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शनिवार को कहा कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विपक्षी इंडिया गठबंधन की प्रस्तावित रैली रद्द कर दी गई है।

कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि रैली के संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष और इंडिया गठबंधन के अन्य सहयोगियों के साथ चर्चा चल रही है। हालांकि सुरजेवाला ने कहा कि यह (रैली) कब और कहां आयोजित की जाएगी, इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। दोनों नेता राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की राज्यव्यापी ‘जन आक्रोश यात्रा’ के संबंध में भोपाल में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।

बता दें कि 13 सितंबर को विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) ने फैसला किया था कि अगले लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के तालमेल को जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा और अगले महीने से देश के विभिन्न हिस्सों में गठबंधन की जनसभाएं शुरू होंगी। इस दौरान गठबंधन की समन्वय समिति की पहली बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि ‘इंडिया’ की पहली जनसभा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अक्टूबर के पहले सप्ताह में होगी। हालांकि अब इसे रद्द कर दिया गया है।

कांग्रेस ने बनाया अपना प्लान

इस बीच अगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने अपना प्लान बना लिया है। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस की सात जन आक्रोश यात्राएं 19 सितंबर यानी गणेश चतुर्थी पर शुरू होंगी। वे 15 दिनों में मध्य प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में 11,400 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। यात्राओं का नेतृत्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) डॉ गोविंद सिंह सहित वरिष्ठ नेता करेंगे।

यात्रा का नेतृत्व करने वाले अन्य नेताओं में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य कमलेश्वर पटेल, पूर्व एमपी मंत्री जीतू पटवारी और पूर्व एलओपी अजय सिंह ‘राहुल’ शामिल हैं।

यह पूछे जाने पर कि अगर कांग्रेस राज्य में सत्ता में आती है तो मुख्यमंत्री कौन होगा? इस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कमल नाथ की ओर इशारा किया, जो उनके बगल में बैठे थे। सुरजेवाला ने कहा, हालांकि पार्टी की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था सीडब्ल्यूसी यह तय करेगी कि कमल नाथ चुनाव लड़ेंगे या नहीं।

Sharing Is Caring:

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *