माफिया मुख्तार अंसारी के करीबियों पर योगी सरकार का शिकंजा जारी है। भीम सिंह और हरिहर सिंह को गाजीपुर से इटावा जेल भेज दिया गया है। कड़ी सुरक्षा के बीच इटावा पुलिस दोनों को साथ ले गई।
दोनों को ही हत्या के मामले में कोर्ट आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है। मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े पांच अन्य गुर्गों का जेल से अन्य जेलों में ट्रांसफर कुछ समय पहले ही हुआ है। इसमें अमित राय, जफर उर्फ चंदा, अनवर शहजाद, सरफराज उर्फ मुन्नी व जाकिर हुसैन उर्फ विक्की शामिल है।
भाजपा सरकार आने के बाद से माफिया मुख्तार अंसारी के साथ ही उसके करीबियों और गुर्गों पर शामत आई है। गाजीपुर पुलिस ने मुख्तार के काफी करीबियों को पकड़कर जेल में बंद किया है। वहीं बनारस के अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार के खास भीम सिंह को भी आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। इसके अलावा 38 वर्ष पूर्व सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के मुड़ियार गांव निवासी रमपत उर्फ रामापति सिंह की हत्या के मामले में मुख्तार के गुरुभाई हरिहर सिंह को भी कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
इसके बाद से दोनों गाजीपुर जेल में ही बंद थे। ऐसे में जेल प्रशासन ने मुख्तार के गुर्गों के बारे में शासन में रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद सोमवार की देर शाम शासन से दोनों के जेल ट्रांसफर का आदेश आया। मंगलवार की सुबह दोनों को इटावा पुलिस साथ ले गई। डिप्टी जेलर रवीद्र यादव ने बताया कि भीम सिंह व हरिहर सिंह दोनों सजायाफ्ता है। इन दोनों का स्थानांतरण इटावा जेल में किया गया है। अचानक हमें निर्देश मिला, जिसके क्रम में कार्रवाई की गई।