कर्नाटक विधानसभा चुनाव और महाराष्ट्र में जारी सियासी उथल-पुथल का असर बृह्नमुंबई महानगरपालिका यानी BMC चुनाव पर पड़ने के आसार हैं। खबर है कि बीएमसी चुनाव साल 2024 तक जा सकते हैं।
संभावनाएं जताई जा रही थीं कि चुनाव अक्टूबर 2023 तक हो सकते हैं। खास बात है कि अगले साल ही राज्य में विधानसभा और देश में लोकसभा चुनाव भी होने हैं। फिलहाल, महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा सरकार है।
कहा जा रहा है कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत और विधायकों की अयोग्यता को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार अलर्ट मोड पर है। खबर है कि पार्टी ताजा राजनीतिक घटनाक्रमों के चलते शिवसेना (UBT) के पक्ष में बढ़ी सहानुभूति घटने और महाविकास अघाड़ी में मुश्किलें बढ़ने का इंतजार कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम. आर. शाह, न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी, न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति पी. एस. नरसम्हिा की संविधान पीठ ने कहा कि पूरे घटनाक्रम में तत्कालीन राज्यपाल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा सदन में विधायकों के शक्ति परीक्षण कराने और विधानसभा अध्यक्ष का व्हिप की नियुक्ति का फैसला गलत था।
पीठ ने शिंदे और उनके समर्थक विधायकों द्वारा शिवसेना में विद्रोह के बाद राज्यपाल की कार्रवाई के संबंध में कहा कि न तो संविधान और न ही कानून ने राज्यपाल को राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करने और राजनीतिक दलों के बीच या उनके विवादों में कोई भूमिका निभाने का अधिकार दिया है।
पीठ ने कहा कि चूंकि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधान सभा सदन में शक्ति परीक्षण का सामना किए बगैर खुद ही इस्तीफा दे दिया था, इस वजह से उनके नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी सरकार को अब वह बहाल नहीं कर सकती। इस सरकार में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल थी। शीर्ष अदालत ने 16 मार्च को इस मामले में आठ दिनों तक चली सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
एमवीए के बदलते सुर
हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था। उस दौरान खबरें थीं कि उनके भतीजे और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री भाजपा के साथ जाने का मन बना रहे हैं। सीनियर पवार लगातार सीट बंटवारे पर चर्चा की बात कह रहे थे। इधर, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कांग्रेस नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने को लेकर एमवीए के अन्य दलों को फटकार लगाई थी।
कर्नाटक चुनाव के नतीजे
शनिवार को घोषित हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस ने राज्य में 135 सीटों पर जीत के साथ सरकार बनाने की तैयारी कर ली है। वहीं, भाजपा सिमटकर 66 सीटों पर आ गई है। इसके अलावा जनता दल सेक्युलर यानी JDS महज 19 सीटें ही हासिल कर सकी।