भारत विभाजन से पैदा हुए पाकिस्तान में कहने को लोकतंत्र रहा है, लेकिन शासन की बागडोर सेना के हाथ ही रही है। खुद पाकिस्तान के ही बुद्धिजीवी मानते हैं कि देश की सबसे बड़ी समस्या यह है कि आज तक सत्ता हस्तांतरण का कोई सही फॉर्मूला नहीं बन पाया।यही वजह है कि हमेशा सत्ता बदलने पर सड़कों पर हिंसा हुई और पुराने शासकों को फांसी से लेकर कत्ल तक का सामना करना पड़ा। परवेज मुशर्रफ और नवाज शरीफ जैसे नेताओं ने तो सत्ता से हटने के बाद देश ही छोड़ दिया ताकि जेल जाने और जान गंवाने जैसे खतरे से बच सकें।इमरान खान इस मामले में खुद को अपवाद मान रहे थे और पीएम पद से बेदखल होने के बाद भी देश में थे। लेकिन वह भी अपवाद नहीं रहे और मंगलवार को पाकिस्तानी सैनिक उन्हें इस्लामाबाद हाई कोर्ट से घसीटकर ले गए। बेल के लिए अदालत आए इमरान खान जब बायोमीट्रिक मशीन के सामने हाजिरी लगा रहे थे तो सैनिक शीशे तोड़कर घुसे और उन्हें कॉलर पकड़कर ले गए। सैकड़ों सैनिकों की घेरेबंदी में इमरान खान को आनन-फानन सेना की गाड़ी तक ले जाया गया और धक्के देकर बिठाया गया।इस तरह पाकिस्तान की राजनीति का क्रूर चेहरा एक बार फिर दुनिया के सामने आया। तस्वीरें भी इसकी गवाह हैं, जिनमें दिखता है कि कैसे एक पूर्व पीएम को धक्के मारकर सेना ने गिरफ्तार किया और वह भी अदालत परिसर के अंदर। पाकिस्तान के लिए ये तस्वीरें उसे जलील करने वाली हैं। खुद पाकिस्तान में ही इमरान खान की गिरफ्तारी और उसके तरीके पर गुस्सा देखा जा रहा है। फिलहाल लाहौर, कराची जैसे शहरों में प्रदर्शन हुए हैं और पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा रखी हैं। इमरान खान के 30 समर्थकों को अरेस्ट कर लिया गया है, जबकि इस्लामाबाद में धारा 144 लागू की गई है।इस बीच इमरान खान के समर्थक और पूर्व मंत्री शेख रशीद ने आरोप लगाया है कि उनके नेता को जहर देकर मारा जा सकता है। शेख रशीद ने कहा कि इन लोगों ने इमरान खान को अरेस्ट कराया है, लेकिन वह इससे हीरो ही बनेंगे और ये जीरो हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमें बस इतना डर है कि इमरान खान को स्लो पॉइजन देकर मारा जा सकता है।