उत्तर प्रदेश में माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की बात करने वाली योगी सरकार इस मिशन को जमीन पर उतारने में जुट गई है। असद के एनकाउंटर और अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज में उसके परिवार का आतंक खत्म हो चुका है।
वहीं, आज पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी और उसके भाई अफजाल के खिलाफ भी कोर्ट में फैसला आ चुका है। इस तरह योगी सरकार के रहते न सिर्फ इनकी माफियागिरी खत्म हो गई, बल्कि परिवार भी सड़क पर आ गए।
अतीक के आतंक का अंत
प्रयागराज में किस तरह से अतीक अहमद का आतंक था, यह बताने की जरूरत नहीं। राजू पाल हत्याकांड के बाद तो जैसे उसे रोकना मुश्किल हो गया था। माफिया और गुंडागर्दी के साथ-साथ उसका राजनीतिक रसूख भी काफी ज्यादा था। आलम यह था कि प्रयागराज में कोई उसके खिलाफ मुंह खोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था। अतीक और अशरफ के एनकाउंटर के बाद सामने आने वाली दहशत की कहानियां सब बयां कर रही हैं। जब तक प्रदेश में अन्य दलों की सरकारें रहीं, अतीक को खुला राजनैतिक संरक्षण मिलता रहा। यही वजह रही कि उसका रुआब और रसूख दोनों बढ़ता रहा। लेकिन राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या ने जैसे अतीक के अंत की स्क्रिप्ट ही लिख दी।
आज कहां है अतीक का परिवार
राजू पाल की हत्या के लिए हुई बमबाजी की सीसीटीवी फुटेज में अतीक का बेटा असद दिखा। इसके बाद उसके खिलाफ मुहिम तेज हो गई। कुछ ही दिनों के बाद झांसी में असद अपने सहयोगी के साथ एनकाउंटर में मारा गया। अतीक अपने बेटे के जनाजे तक में शामिल नहीं हो पाया। इसके कुछ ही दिनों के बाद मेडिकल चेकअप के लिए ले जाते समय तीन युवकों ने अतीक और अशरफ को गोलियों से भून डाला। अगर अतीक के परिवार की बात करें तो आज उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन फरार चल रही है। उसके बाकी बचे चार बेटों में से एक नैनी तो दूसरा लखनऊ जेल में बंद है। वहीं, अतीक के दो नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह में हैं। इसके बाद अब प्रयागराज में कोई अतीक का नामलेवा नहीं बचा है।
अंसारी परिवार का क्या हाल?
कुछ ऐसा ही हाल मुख्तार अंसारी और उनके परिवार का भी हुआ है। मुख्तार अंसारी और उनके भाई अफजाल अंसारी को गैंगस्टर ऐक्ट में सजा सुनाई गई है। यूपी में योगी सरकार के आने से पहले यह दोनों भी कानून को खूब छका रहे थे। बताया तो यह भी जाता है कि उस वक्त पंजाब जेल में बंद रहे मुख्तार अंसारी वहां मौज भी उड़ा रहे थे। लेकिन यूपी में योगी सरकार के आते ही उनके ऊपर कानून का शिकंजा कसने लगा। आज आलम यह है कि मुख्तार का बेटा अब्बास और बहू निखत तो जेल में हैं ही, छोटे बेटे उमर के खिलाफ भी गैर-जमानती वॉरंट जारी हो चुका है। मुख्तार अंसारी की पत्नी भी फरार चल रही है। उसकी पत्नी अफशां अंसारी के खिलाफ पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी कर रखा है। उसके ऊपर 75 हजार रुपए का इनाम भी घोषित है। आरोप है कि मुख्तार के जेल जाने के बाद अफशां ही उसके पूरे साम्राज्य को चला रही थी।