क्या महाराष्ट्र की राजनीतिक में नया भूचाला आने वाला है? राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार के एक बयान से इसी तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। NCP प्रमुख ने हाल ही में एक सम्मेलन में कहा कि अब ‘रोटी पलटने का वक्त आ गया है।’ उनके इस बयान से सियासी गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
शिंदे गुट का कहना है कि यह बयान अजीत पवार को साइडलाइन करने का इशारा है। आइए पहले जानते हैं कि शरद पवार ने क्या कहा था।
मुंबई के एक युवा मंथन कार्यक्रम में बोलते हुए शरद पवार ने कहा, “किसी ने मुझे कहा कि रोटी सही समय पर पलटनी होती है और अगर सही समय पर नहीं पलटी तो वो कड़वी हो जाती है। अब सही समय आ गया है रोटी पलटने का, उसमें देरी नहीं होनी चाहिए। इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आग्रह करूंगा की वो इस पर काम करें।” शरद पवार ने आगे कहा, “सोचिए किसे टॉप पर लाना है। किसे नगर निकाय चुनाव में संगठन की ओर से चुनाव लड़ने का मौका दिया जाएगा। इससे एक नया नेतृत्व बनेगा। पार्टी में सभी वरिष्ठ नेताओं से काम करने का आग्रह किया जाएगा।”
बयान के क्या मायने?
शरद पवार का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब उनके भतीजे व महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। अजीत पवार के भाजपा में शामिल होने की अटकले हैं। हालांकि अजीत पवार कह चुके हैं कि वह अपनी आखिरी सांस तक एनसीपी नहीं छोड़ेंगे, लेकिन उनके स्पष्टीकरण से अटकलों को खत्म करने में खासी मदद नहीं मिली। इसके अलावा, अजीत पवार हाल ही में एनसीपी की एक अहम बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। शरद के बयान पर शिंदे गुट के नेता नेता और प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने कहा, ‘एक बच्चा भी समझ जाएगा कि शरद पवार का रोटी पलटने वाला बयान पार्टी के नए नेतृत्व को लेकर है। इसका मतलब है कि वह अजीत पवार को साइड लाइन करेंगे।’
पार्टी से बगावत कर चुके हैं अजीत पवार
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद 23 नवंबर, 2019 को सुबह करीब 8 बजे देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और उनके साथ अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। कहा जाता है कि शरद पवार इससे अनजान थे। अजित पवार ने दावा किया था कि उनके पास एनसीपी विधायकों का समर्थन है, यही कारण है कि बीजेपी ने उनके साथ मिलकर सरकार बना ली। हालांकि, ये गठबंधन साढ़े तीन दिन ही चल सका और दोनों को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
क्या बोले अजीत पवार
‘रोटियां पलटने’ वाले शरद पवार के बयान पर अजीत पवार की भी प्रतिक्रिया आ गई है। उन्होंने कहा, “पवार साहब ने अपने 55-60 साल के करियर में कई बार रोटी पलटी है, मतलब संगठन में फेरबदल किया है। हमने भी देखा है कि कैसे नए चेहरों को मौका दिया गया और प्रमोट किया गया। 38-40 साल की उम्र में हमें भी मौका मिला। आरआर पाटिल, दिलिप पाटिल, छगन भुजबल, सुनील टटकरे और मुझे अपना काम दिखाने का मौका मिला।” अजित ने आगे कहा, “राजनीति में भी लोग प्रमोशन और उच्च पदों की इच्छा रखते हैं। मैं भी चाहता हूं कि विधायक, सांसद के रूप में नए चेहरों को जगह मिले।”
क्या MVA में आने वाला है भूचाल?
अब पवार के बयान के दो मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि वे या तो अपने भतीजे अजीत पवार को साइडलाइन करने वाले हैं या फिर महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन में भूचाल आने वाला है जिसने करीब ढाई साल तक महाराष्ट्र की सत्ता संभाली। इस गठबंधन में एनसीपी के अलावा, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की पार्टी (UBT) शामिल हैं। दरअसल हाल ही में शरद पवार ने कहा कि अभी तय नहीं है कि अगला लोकसभा और विधानसभा चुनाव महाविकास अघाड़ी के दल साथ लड़ेंगे। साथ ही पवार ने अघाड़ी की संयुक्त रैलियों में नहीं शामिल होने की भी बात कही थी।
शरद पवार के हाल के बयानों से महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि अडानी-हिंडनबर्ग मामले में संसद की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच का मतलब नहीं है। इसके अलावा, पवार ने सिल्वर ओक स्थित आवास पर गौतम अडानी से बंद कमरे में दो घंटे तक मुलाकात भी की थी।