माफिया डॉन अतीक अहमद के दफ्तर से बीते दिनों मिले खून के धब्बे किसके थे, यह पता चल गया है। सामने आई एफएसएल रिपोर्ट में पुष्टि की गई है कि खून के धब्बे किसी और के नहीं, बल्कि इंसान के ही थे।
अटकलें लगाई जा रही थीं कि हो सकता हो कि खून के धब्बे किसी जानवर के हों, लेकिन रिपोर्ट से पता चल गया है कि इंसानी खून के धब्बे थे।
सोमवार को अतीक अहमद के दफ्तर में खून के धब्बे पाए गए थे। वहां पर पुलिस को एक चाकू भी बरामद हुआ था, जो खून से सना था। इसके बाद हड़कंप मच गया था। खून के धब्बों की जांच करवाने के लिए उसकी एफएसएल जांच करवाई गई थी।
इसके अलावा, खून के धब्बों वाला दुपट्टा भी प्राप्त हुआ था। ये खून सीढ़ियों से ऊपर चढ़ने के दौरान पाए गए थे। हड़कंप मचने के बाद स्थानीय पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची थी और एफएसएल की टीम को बुलाया गया था। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज से भी पूरे मामले की जांच की थी। मंगलवार को फिर से पुलिस अतीक के उस दफ्तर पहुंची थी, जहां पर लोगों ने दावा किया कि उन्हें बदबू आ रही है। कुछ लोगों ने दफ्तर के अंदर लाश होने की भी अफवाह फैला दी। जब पुलिस ने पूरे दफ्तर की अच्छी तरह से छानबीन की तो उन्हें वहां कुछ नहीं मिला।
आसपास लोगों की भीड़ इकट्ठा होने के चलते पुलिस ने अतीक के दफ्तर के पास बैरिकेडिंग भी कर दी है, जिससे लोग वहां न आ सकें। अब पुलिस उस जगह पर कब्जा करके उसे कुर्क करने की योजना बना रही है। कहा जा रहा है कि अतीक के दफ्तर को अस्थायी पुलिस की चौकी में तब्दील किया जा सकता है।
अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों को पुलिस प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल मेडिकल करवाने ले गई थी कि तभी वहां मीडियाकर्मी बनकर तीन शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थीं। अतीक और उसका भाई दोनों ही मौके पर ढेर हो गए थे। दोनों ही फरवरी में हुए उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी थे। इसके अलावा, यूपी एसटीएफ ने अतीक के बेटे असद को झांसी में एक अन्य सहयोगी गुलाम के साथ ढेर कर दिया था। अब पुलिस को अतीक की पत्नी शाइस्ता और बमबाज गुड्डू मुस्लिम की तलाश है।