क्या पाकिस्तान पर भारत एक और सर्जिकल स्ट्राइक करने वाला है? पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने तो ऐसी ही बात कही है। उन्होंने कहा कि पुंछ आतंकी हमले के बाद यह डर है कि भारत पाकिस्तान पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है।
पुंछ में हुए अटैक के बाद पाकिस्तान में भारत की ओर से जवाबी हमले का डर सताने लगा है और आजकल यह वहां चर्चा का विषय बना हुआ है। बासित ने हाल ही में एक वीडियो में कहा, ‘पाकिस्तान में लोग भारत की ओर से एक और सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक की बात कर रहे हैं। हालांकि, मुझे नहीं लगता कि अब वे ऐसा करेंगे क्योंकि वे इस साल SCO की बैठक और जी20 की अध्यक्षता कर रहे हैं। जब तक उनके पास अध्यक्षता है, तब तक भारत इस तरह का कदम नहीं उठाएगा।’
अब्दुल बासित यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने कहा कि अगले साल चुनावों के दौरान भारत फिर से ऐसा (सर्जिकल स्ट्राइक) कर सकता है। यह भारत में चुनाव से ठीक पहले हो सकता है। बासित ने पुंछ में हुए आतंकी हमले को सही ठहराने की भी कोशिश की, जिसमें सेना के 5 जवानों की जान चली गई थी। उन्होंने कहा, ‘जिसने भी यह किया है, चाहे वह मुजाहिदीन हो या फिर कोई भी… आखिरकार उन्होंने नागरिकों को तो निशाना नहीं बनाया। इस अटैक का टारगेट सेना थी। वे एक तरह के संघर्ष में लगे हुए हैं। अगर आप किसी तरह से आंदोलन से जुड़े हैं और सेना को निशाना बना रहे हैं, लेकिन नागरिकों को नहीं, तो अंतरराष्ट्रीय कानून इसकी इजाजत देता है। भारत को पता है कि हमारा पक्ष क्या है।’
हमले में 5 जवान शहीद और एक घायल
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट की ओर से आयोजित इफ्तार के लिए फलों और अन्य वस्तुओं को ले जा रहे ट्रक पर गुरुवार को घात लगाकर हमला किया गया था। इसमें सेना के 5 जवान शहीद हो गए और एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। सूत्रों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है 7 से 8 आतंकवादियों के दो समूहों ने इस हमले को अंजाम दिया। जांच में पता चला है कि आतंकवादी ट्रक पर हमला करने से पहले संभवत: सड़क मार्ग पर छिपे हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, बख्तरबंद वाहन पर गोलियों के 50 से अधिक निशान मिले हैं जो आतंकवादियों की ओर से की गई अंधाधुंध गोलीबारी को दिखाती है।
हिरासत में लेकर पूछताछ, तलाशी अभियान जारी
हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए बाटा डोरिया-तोता गली व पड़ोसी इलाकों में व्यापक घेराबंदी और तलाश अभियान जारी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घने वन्य इलाकों में अभियान में विशेष बल और एनएसजी भी शामिल हैं। अभियान में ड्रोन, खोजी कुत्तों और मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हमले के संबंध में करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनमें से कुछ को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। तलाश अभियान के दौरान जवानों को इलाके में कुछ प्राकृतिक गुफा वाले ठिकाने भी मिले जिनका संभवत: पहले आतंकवादियों ने इस्तेमाल किया होगा। सेना IED की भी तलाश कर रही है। उसे आशंका है कि आतंकवादियों ने घने वन्य क्षेत्र में, खासतौर से गहरी खाइयों और गुफाओं में आईईडी लगा रखे होंगे।