अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या के बाद शाइस्ता परवीन की तलाश में तेजी आई है, हालांकि उसे अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। बुधवार को भी पुलिस और एसओजी ने प्रयागराज के साथ ही कौशांबी में जगह-जगह छापेमारी की।
कई घरों में खोजबीन के अलावा पुलिस ने ड्रोन कैमरे से सर्च आपरेशन चलाया। हालांकि कोई नतीजा नहीं निकल सका।
उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने की आरोपित शाइस्ता परवीन 50 हजार रुपये और बाकी तीनों शूटर पांच-पांच लाख रुपये के इनामी अभियुक्त हैं। इधर कई दिन से शाइस्ता परवीन के अदालत में समर्पण करने की संभावना के चलते पुलिस हर दिन जिला अदालत की चौतरफा घेराबंदी करती है ताकि उसे बाहर ही गिरफ्तार किया जा सके, लेकिन वह समर्पण के लिए जिला अदालत आ नहीं रही।
अब पुलिस के बीच यह सवाल उठ रहा है कि आखिर शाइस्ता परवीन समर्पण का सुरक्षित तरीका क्यों नहीं अपना रही है। क्या वह पुलिस के डर से अदालत में समर्पण करने नहीं जा रही है या फिर वह अतीक के साम्राज्य को संभालने के लिए खुद को तैयार कर रही है।