
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा है कि कृषि मंत्री डा किरोड़ी लाल मीणा का फोन टेप मामले में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इसकी वास्तविकता को स्पष्ट कर जवाब देना चाहिए।गहलोत ने गुरुवार को यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी हरलाल सिंह की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने डा मीणा के राज्य सरकार पर लगाए फोन टेपिंग के आरोप के सवाल पर कहा कि इस मामले में रहस्य बना हुआ है और सदन में पूरा विपक्ष मांग कर रहा था कि इस मामले में वास्तविकता क्या है लेकिन सदन में सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा “मेरे वक्त में भी टेलीफोन टैप के आरोप लगे थे, मैनें खुद ने हाउस में खड़े होकर कहा कोई भी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट एवं एमएलए का टेलीफोन टैप न हुआ है, न हो रहा है, न आगे होगा। तो अगर फोन टैप नहीं हो रहा है तो मेरी तरहभजनलाल शर्मा को जो सदन के नेता हैं, मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री भी हैं, उनको मेरी तरह बात कहने का क्यों नहीं भाव आया, क्यों नहीं उन्होंने स्पष्ट किया प्रदेशवासियों को कि कोई फोन टैप नहीं किया गया है किरोड़ीलाल मीणाजी का। बात खत्म हो जाती, विपक्ष के साथी सहयोग करते, बहस होती, जो बहस चल रही थी राज्यपाल अभिभाषण पर। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी बोलते, मुख्यमंत्री सुनते। एकतरफा जवाब मिल रहा है मुख्यमंत्री का दो घंटे तक और दो घंटे में क्या क्या बोले वो, अगर उनकी स्पीच को कोई आम नागरिक भी मंगाए असेंबली से, ऑनलाइन देखे, तो लगता है यह मुख्यमंत्री की स्पीच है या नेता प्रतिपक्ष बोल रहा है कोई। जब हमारी सरकार थी, तो कटारियाजी बोलते थे उससे ही आगे बढ़कर भाषण दिया इन्होंने वहां पर, जो समझ के परे है हमारे।”
उन्होंने कहा कि गृह विभाग की बिना अनुमति के कोई भी किसी का फोन टैप नहीं कर सकता और पूरा प्रोसेस बना हुआ है। हवा में आरोप लगाते रहते हैं कुछ लोग तो। अब इस मामले में किरोड़ीलाल मीणा का क्या हुआ है, अगर नियम विरुद्ध फोन टैप किया गया है तो सरकार ने अपराध किया है। स्पष्ट कौन करेगा। उन्होंने कहा कि गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म सदन के बाहर बोले हैं, वह इस पर सदन के अंदर क्यों नहीं बोले, इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए।
उन्होंन चौधरी हरलाल सिंह को याद करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को स्वतंत्रता सैनानियों को भूलना नहीं चाहिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्भाग्य से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) ने देश में ऐसा माहौल बना दिया है कि नई पीढ़ी महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना आजाद या अंबेडकर हो, कोई मतलब नहीं है, इतना गैप हो रहा है जो कि नहीं होना चाहिए।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इतिहास को भुलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आलोचना करते हैं पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू एवं इंदिरा गांधी की, जिन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे और पंडित नेहरू का तो व्यक्तित्व पूरी दुनिया के अंदर अलग स्थान रखता है जो इतिहास को भूल जाते हैं वो खुद का इतिहास कभी नहीं बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि ये जितनी बातें कर रहे हैं यहां, इस देश में माहौल बड़ा खतरनाक, डरावना, हिंसा एवं भय का माहौल है, इस माहौल में देश के जो हालत बने हैं वो चिंता का विषय बना हुआ है।