अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्कर जसमीत हकीमजादा से जुड़े मामले में ईडी ने दिल्ली, अमृतसर, जालंधर, मुंबई, सोलापुर और इंदौर के दस ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया है. ये तलाशी अभियान धन शोधन निवारण अधिनियम(पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत दिल्ली, अमृतसर, जालंधर, मुंबई, सोलापुर और इंदौर में 10 परिसरों में चलाया गया है.
इस तलाशी अभियान के दौरान ईडी ने दिल्ली में जसमीत हकीमजादा और उसकी पत्नी के नाम पर गुप्त बैंक लॉकरों का पता लगाया गया. इस दौरान पता चला कि उनमें 1.06 किलोग्राम सोने और 370 ग्राम हीरे के गहने हैं. ईडी ने तलाशी अभियान के दौरान सभी आभूषण जब्त कर लिया है.
अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्कर है जसमीत हकीमजादा
45 साल के जसमीत हकीमजादा खाड़ी देशों से काम करने वाला एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्कर है, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका के फ़ॉरेन नारकोटिक्स किंगपिन डेज़िग्नेशन एक्ट के तहत ‘महत्वपूर्ण विदेशी नशीले पदार्थों का तस्कर घोषित किया गया है. ईडी के मुताबिक जसमीत अमेरिका के ट्रेजरी के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय द्वारा प्रतिबंधित नागरिक की सूची में भी शामिल है.
भारत में नार्को-टेरर नेटवर्क का संचालन कर रहा था
ईडी ने जसमीत हकीमजादा के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि और मादक पदार्थ तस्करी से संबंधित गैर कानूनी गतिविधि निवारण अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच की है. ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि दुबई में रहने वाला जसमीत भारत में नार्को-टेरर नेटवर्क का संचालन कर रहा था . इसके साथ ही वह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी से होने वाली आय (पीओसी) को हवाला के जरिए से अमृतसर स्थित फुल फ्लेज्ड मनी एक्सचेंजर्स (एफएफएमसी) की मदद से दुबई भेज रहा था.
बताया जा रहा है कि हकीमजादा अंडर काम करने वाले ड्रग तस्करों ने उसके द्वारा बनाए गए भारत के विभिन्न बैंक खातों में कैश जमा किया है. अवैध पीओसी फंड का इस्तेमाल हरियाणा के गुरुग्राम में उच्च मूल्य की वस्तुओं और अचल संपत्तियों को खरीदने के लिए किया गया है.