गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बसों के यात्रियों को जल्द ही किराए में राहत मिलने की उम्मीद है। इस योजना की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए इलेक्ट्रिक बस संचालन समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी।हाल के दिनों में, इलेक्ट्रिक बसों के किराए में वृद्धि देखी गई है। इससे यात्रियों की जेब का बोझ बढ़ गया है। पिछले दो बार किराए में वृद्धि के कारण यात्री अब सिटी बस का प्रयोग करने से कतरा रहे हैं। यात्रियों की कमी का सीधा असर सिटी बस के संचालन पर पड़ रहा है।सूत्रों के अनुसार नई प्रस्तावित योजना के तहत, हर रूट पर एक स्टॉपेज से दूसरे स्टॉपेज के बीच का किराया कम किया जाएगा। वर्तमान में, न्यूनतम किराया 12 रुपये है, जिसे घटाकर 10 रुपये किया जा सकता है। इसके अलावा, लंबी दूरी के किराए में भी कमी की जाएगी। इस पहल से न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि सिटी बसों में यात्री संख्या में भी वृद्धि होगी। किराए में कमी के चलते अधिक लोग इलेक्ट्रिक बसों का उपयोग करेंगे। इससे सार्वजनिक परिवहन की लोकप्रियता और उपयोगिता बढ़ेगी।
प्रदेश में शीर्ष तीन स्थान पर गोरखपुर
गोरखपुर इलेक्ट्रिक बसों के यात्री लोड के मामले में प्रदेश भर में शीर्ष तीन स्थान पर है। हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार, गोरखपुर की इलेक्ट्रिक बसों ने उच्चतम यात्री लोड रिकॉर्ड किया है, जो शहर की परिवहन प्रणाली में हो रही प्रगति को दर्शाता है। आरएम लवकुमार सिंह ने बताया कि यह सफलता इलेक्ट्रिक बसों की बढ़ती लोकप्रियता और उनकी यात्रा की सुगमता को भी उजागर करती है।
क्या बोले जेसीटीएसएल प्रबंधक
जेसीटीएसएल के प्रबंधक नित्य नारायण राय ने बताया कि किराए बढ़ाने या घटाने को अधिकारियों की बैठक और सहमति आवश्यक होती है। इसके लिए उच्च अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाएगी। इलेक्ट्रिक बसों के किराए में कमी के लिए यात्रियों से फीडबैक तैयार किया जा रहा है।