दिल्ली के ओल्ड राजेंद्रनगर इलाके में स्थित एक कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की दर्दनाक मौत पर अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी ऐक्शन लिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस हादसे की जांच के लिए एक कमेटी बना दी है।यह कमेटी बेसमेंट हादसें की वजह की जांच करेगी। इसके अलावा इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है यह कमेटी इस बात का भी पता लगाएगी। गृह मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि यह कमेटी जरुरी उपायों के बारे में बताएगी और साथ ही साथ यह भी बताएगी कि नियमों में किस तरह के बदलाव की जरुरत है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की तऱफ से बनाई गई इस कमेटी में एडिशनल सेक्रेटरी (MoUHA), प्रधान सचिव (गृह), दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी, अग्निशमन सलाहकार और संयुक्त सचिव और गृह मंत्रालय संयोजक के तौर पर शामिल होंगे। यह कमेटी 30 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी। दिल्ली कोचिंग सेंटर की घटना पर मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि गृह मंत्रालय की कमेटी कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी और नीतिगत बदलावों की सिफारिश करेगी।
अब तक 7 लोग गिरफ्तार
दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने के बाद, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत शनिवार को हो गई थी। पुलिस ने बताया था कि इस घटना में मारे गए छात्रों की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की श्रेया यादव (25), तेलंगाना की तान्या सोनी (25) और केरल में एर्नाकुलम के नवीन दलविन के रूप में की गई है।
इस दर्दनाक घटना के बाद छात्र आक्रोशित हो गए थे और लगातार मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग भी कर रहे थे। छात्र दिल्ली की सड़कों पर लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है और कोचिंग संस्थान के मालिक और कोऑर्डिनेटर समेत सात लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है।
लोकसभा में भी उठा मामला
दिल्ली के ‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ में पढ़ने वाले तीन छात्रों की मौत का मामला लोकसभा में भी गूंजा था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बांसुरी स्वराज ने शून्यकाल शुरू होते ही कोचिंग में हादसे में दो छात्राओं और एक छात्र की मौत का मुद्दा उठाते हुए कहा कि दिल्ली के राजेन्द्र नगर में एक हृदय विदारक घटना हुई जिसमें तीन बच्चों की जान चली गयी। ये बच्चे अपना भविष्य उज्ज्वल करने आये थे लेकिन दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण इनकी जान चली गई।
उन्होंने कहा कि एक दशक से आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में है लेकिन सरकार दिल्लीवासियों के लिए कोई काम नहीं कर रही है। पिछले दो साल से दिल्ली नगर निगम में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है। उन्होंने सरकार से मामले की जांच कराने की मांग की।