यूपी के मुजफ्फरनगर में कावड़ यात्रा मार्ग पर होटल और ढाबों पर बाहर मालिक और कर्मचारियों के नाम लिखने के आदेश पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है। अखिलेश यादव ने कावड़ यात्रा मार्ग को लेकर मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा जारी आदेश की आलोचना की।
इसके साथ ही इस मामले में कोर्ट से दखल देने की अपील की। उन्होंने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लिखा कि माननीय न्यायालय स्वत संज्ञान ले और ऐसे प्रशासन के पीछे के शासन तक की मंशा की जांच करवा कर उचित दंडात्मक कार्रवाई करें। ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं जो सौगात के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं। अखिलेश यादव ने सवाल किया जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू और फत्ते है उसके नाम से क्या पता चलेगा?
इससे पहले एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद असदुद्दीन औवेसी ने मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह के अधिकारिक बयान की वीडियो को साझा कर ट्वीट किया है। उन्होंने मुजफ्फरनगर पुलिस के इस फैसले को हिटलरशाही बताया। कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले होटल और ढाबों को दूसरे समुदाय के लोगों के द्वारा हिन्दू देवी देवताओं के नाम पर चलाये जाने की शिकायतों को लेकर हर बार विवाद होता रहा है।
आपको बता दें कि एसएसपी अभिषेक सिंह के अनुसार कांवड़ यात्रा के लिए करीब 240 किलोमीटर का कांवड़ मार्ग है। इस मार्ग पर पड़ने वाले होटल, ढाबे वाले सभी लोगों को अपने नाम का बोर्ड लगाना होगा। इन आदेशों के बाद होटल-ढाबों के साथ ही कांवड़ मार्ग पर फलों का ठेला लगाने वाले कुछ लोगों ने अपने नामों का बोर्ड और पोस्टर लगाने भी शुरू कर दिये।