22 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है। ऐसे में जगह-जगह कांवड़ यात्रा भी निकाली जाएगी। ऐसे में सड़क किनारे और खुले में हो रही मांस की बिक्री पर रोक लगाने के लिए हिंदू संगठन और भाजपा विधायकों ने अभी से मांग शुरू कर दी है।देवरिया से भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने खुले में हो रही मांस की ब्रिकी को सावन से पहले बंद कराने के लिए डीएम को एक चिट्ठी लिखी है। विधायक ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द ही मांस की बिक्री और बूचड़खानों पर प्रतिबंध नहीं लगाया तो खुद सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। भाजपा विधायक ने चिट्ठी में आगे लिखा, आपको और आपके अधीनस्थ अधिकारियों को पत्र एवं फोन के माध्यम से बार-बार अवगत कराया गया लेकिन इसके बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
रेलवे स्टेशन के पास दुर्गा मंदिर के आस-पास बड़ी संख्या में बूचड़खानों का संचालन हो रहा है। इतना ही नहीं यहां पर खुले में मांस की बिक्री भी की जा रही है, मांस की बिक्री की बदबू आने के कारण मंदिर आने-जाने वालों को काफी परेशानी होती है। उन्होंने चिट्ठी में आगे लिखा, देवरिया रेलवे स्टेशन के बाहर हो कई वर्षों से ये अवैध कारोबार हो रहा है। उन्होंने लिखा, जब सीएम योगी गोरखपुर से सांसद थे तब उनके द्वारा मंदिर परिसर के आसपास होने वाली मांस-बिक्री को लेकर व्यापक आंदोलन हुआ था, जिसके बाद मांस की दुकानों को बंद करा दिया गया था। कुछ दिन बीतने के बाद ये धंधा फिर से शुरू हो गया। अफसरों को बताने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने डीएम को लिखी चिट्ठी में साफ कहा है कि अगर सावन से पहले खुले में हो रही मांस की बिक्री पर प्रतिबंध नहीं लगा तो वह सड़कों पर उतर जाएंगे।