गुजरात में बीजेपी ने एक बार फिर बेहतरीन प्रदर्शन दिखाते हुए 26 में से 25 सीटों पर जीत हासिल कर ली है जबकि कांग्रेस ने एक सीट पर कांग्रेस ने भी बाजी मार है। इसी के साथ एक दशक बाद गुजरात में कांग्रेस का खाता खुल गया है।बनासकांठा में कांग्रेस उम्मीदवार गेनीबेन नागाजी ठाकोर बीजेपी उम्मीदवार डॉक्टर रेखाबेन को पछाड़ते हुए 30406 वोटों से जीत गई हैं। उन्हें कुल 671883 वोट मिले जबकि बीजेपी उम्मीदवार डॉ रेखाबेन दूसरे नंबर पर रहीं।
क्लीन स्वीप से चूकी बीजेपी
बनासकांठा में कांग्रेस की जीत के साथ ही बीजेपी इस बार क्लीन स्वीप की हैट्रिक लगाने से चूक गई है। साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 26 की 26 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार भी पार्टी को क्लीन स्वीप की उम्मीद थी लेकिन कांग्रेस बनासकांठा सीट बीजेपी ने छीनने में कामयाब रही।बनासकांठा के अलावा कांग्रेस पाटन निर्वाचन क्षेत्र में भी आगे थी। लेकिन जैसे-जैसे गिनती आगे बढ़ी, पाटन से उम्मीदवार चंदनजी ठाकोर अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी भरत सिंह डाभी से 31 हजार 876 वोटों से पिछड़ गए। वहीं बनासकांठा में जीत दर्ज करने के बाद गेनीबेन ठाकोर ने कहा कि यह बनासकांठा के लोगों की जीत है। उन्होंने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘सत्यमेव जयते।’’ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हमारी बहन गनीबेन को बनासकांठा से पंद्रह हजार से अधिक मतों से जीतने पर हार्दिक बधाई।’’
सूरत में बीजेपी उम्मीदवार की निर्विरोध जीत
सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन पत्र रद्द होने से और अन्य पार्टियों और निर्दलीय मिलकर आठ उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वापस लेने के बाद इस सीट से भाजपा उम्मीदवार को 22 अप्रैल को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया था। आज नतीजे घोषित होने के बाद छह जून को चुनावी प्रक्रिया पूरी होगी।
इसके अलावा राज्य विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के अर्जुन डी मोढवाडिया ने पोरबंदर सीट पर जीत हासिल की है। पिछले लोकसभा चुनाव में वर्ष 2019 में 64.11 प्रतिशत, 2014 में 63.9 प्रतिशत मतदान हुआ था। भाजपा ने 2019 और 2014 में सभी 26 सीटों पर जीत हासिल की थी। उससे पहले 2009 के चुनाव में भाजपा को 14 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली थीं।