लोकसभा चुनाव 2024 के लंबे चुनाव प्रचार के समापन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी आज कन्याकुमारी के मशहूर विवेकानंद रॉक मेमोरियल में दो दिन की ध्यान साधना और मौन व्रत के लिए रवाना होंगे। इसी बीच पीएम मोदी की 33 साल पुरानी तस्वीर वायरल हो रही है।इस तस्वीर में पीएम मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल के सामने नजर आ रहा रहे हैं। यह तस्वीर 11 दिसंबर 1991 की ‘एकता यात्रा’ के दौरान की है।आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, वायरल तस्वीर में नरेंद्र मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी समेत कई ‘एकता यात्री’ स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करते नजर आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि एकता यात्रा, दिसंबर 1991 में कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और 26 जनवरी 1992 को श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ समाप्त हुई थी।
कन्याकुमारी से शुरू हुई थी ‘एकता यात्रा’
एकता यात्रा का नेतृत्व वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने किया था, जबकि तत्कालीन भाजपा कार्यकर्ता नरेन्द्र मोदी ने इस यात्रा के आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाई थी। यात्रा का लक्ष्य दुनिया को यह संदेश देना था कि भारत आतंकी ताकतों के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा और एकजुट रहेगा। 14 राज्यों में फैली यह यात्रा लोगों के दिलों में गहराई से उतरी और राष्ट्रीय एकता के प्रति देश की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाया।
पीएम मोदी करेंगे ध्यान साधना
बात करें पीएम मोदी की ध्यान साधने की तो 30 मई से 1 जून तक चलने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ध्यान मंडपम में 48 घंटे का ध्यान करेंगे। यह वह स्थान है जहां स्वामी विवेकानंद ने 1892 में ध्यान किया था। इस रॉक मेमोरियल स्मारक का निर्माण हिंदू दार्शनिक-संत स्वामी विवेवाकनंद को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया था।ऐसा कहा जाता है कि स्वामी विवेकानंद ने देश भर में भ्रमण करने के बाद यहां तीन दिनों तक ध्यान किया था और विकसित भारत का स्वप्न देखा था। प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद इसी तरह की आध्यात्मिक यात्रा की थी। जोरदार प्रचार अभियान के बाद उन्होंने उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर के पास एक गुफा में ध्यान करने की घटना ने खूब सुर्खियां बटोरीं।