दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत की अवधि सात दिन और बढ़ाने जाने की गुहार लगाई है। उन्होंने अपना वजन छह से सात किलोग्राम कम हो जाने के चलते कई चिकित्सकीय जांच कराने का हवाला देते हुए शीर्ष अदालत से राहत मांगी है।उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि वह जेल लौटने के लिए पूर्व निर्धारित तिथि दो जून की जगह नौ जून को सरेंडर करना चाहते हैं। अब इस नए घटनाक्रम पर सियासत गरमा गई है।भाजपा की दिल्ली यूनिट ने केजरीवाल पर जोरदार हमला बोला है। दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा- ‘दिल्ली के भ्रष्ट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नौटंकी फिर चालू हो गई है। अब उन्होंने माननीय सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा है कि मेरी सात दिन की अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाई जाए। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल की तबीयत ठीक थी लेकिन अब वे नई नई बीमारियों का बहाना बनाया जा रहा है।वीरेंद्र सचदेवा ने आगे कहा- केजरीवाल ने जो रिपोर्ट जमा कराई है, वह निजी अस्पताल की है, किसी सरकारी अस्पताल की नहीं। केजरीवाल मेडिकल टेस्ट कराने के बहाने जानबूझ कर सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम जमानत का फायदा उठाना चाहते हैं। वह चुनाव प्रचार के लिए पंजाब में हैं। यदि उनकी तबीयत ठीक नहीं है, तो वे पंजाब में क्या कर रहे हैं?सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल तीन जून से सात जून तक कई मेडिकल टेस्ट कराएंगे। फिर हफ्ते के अंत में नौ जून को सरेंडर कर देंगे। याचिका में दलील दी गई है कि केजरीवाल के कीटोन स्तर बहुत अधिक है, जो किडनी, दिल की गंभीर बीमारी और कैंसर का संभावित संकेतक है। याचिका में यह भी कहा गया है कि 21 मार्च से 10 मई तक हिरासत में रहने के दौरान केजरीवाल को कई स्वास्थ्य समस्याएं हुईं। इसके लिए जेल अधिकारियों की लापरवाही जिम्मेदार है।