दिल्ली. लगतार तीसरी बार मोदी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। वे 8 जून को पीएम पद की शपथ लेंगे। उनके शपथ ग्रहण समारोह की तारीख 8 जून है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर 8 ही क्यों, कोई दूसरी तारीख को क्यों नहीं।
ऐसे में आपको बतादें कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब 8 तारीख को महत्व दिया जा रहा है। बल्कि अक्सर कई बड़े कार्यक्रम 8 तारीख या 8 से जुड़ी तारीख पर ही होते हैं।
ज्योतिष में अंकों का महत्व
दरअसल नोएडा के अंकशास्त्री राहुल सिंह का कहना है कि अंक शास्त्र में तारीख और अंकों का काफी महत्व होता है। चूंकि 8 अंक ज्योतिष में शनि ग्रह का प्रतीक होता है। जो न्याय के साथ ही राजयोग का प्रतीक भी है। ऐसे में 8 तारीख को पीएम मोदी का शपथ लेना हर तरह से शुभ माना जा रहा है।
8 तारीख को ही हुए सभी बड़े फैसलें
आपको बतादें कि 8 तारीख का महत्व आप ऐसे भी समझ सकते हैं। पीएम मोदी ने नोटबंदी की घोषणा भी 8 नवंबर की रात 8 बजे ही की थी। इसके बाद 26 सितंबर को डिजिटल इंडिया ड्राइव लांच किया था। यानी 2 और 6 का जोड़ 8 होता है। इसी प्रकार पीएम मोदी का जन्म भी 17 सितंबर को हुआ था। यानी 7 और एक 8 होता है। इस प्रकार 8 अंक का विशेष महत्व होता है।
कोई भी अंक किसी के लिए भाग्यशाली
अंकशास्त्री राहुल सिंह का कहना है कि कोई भी अंक किसी के लिए भी भाग्यशाली हो सकता है। यानी जरूरी नहीं कि 8 अंक या कोई और अंक ही भाग्यशाली है। दरअसल सभी अंक अपना अपना महत्व रखते हैं। हो सकता है किसी के लिए 5 अंक भाग्यशाली हो, तो किसी के लिए 1, 2 या 9 तक का कोई भी अंक भाग्यशाली हो सकता है। उन्हें उसी तारीख या अंक के अनुसार काम करने पर फायदा मिलता होगा।
8 नवंबर देश के लिए महत्वपूर्ण
अंकशास्त्रियों की मानें तो 8 नवंबर का दिन देश के लिए भी महत्वपूर्ण है। भारत का गणतंत्र दिवस भी 26 जनवरी को है। यानी 2 और 6 मिलकर 8 बनें। इसी प्रकार साल 2024 भी एक 8 नंबर का ही संयोग है। ऐसे में 8 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह कोई संयोग नहीं बल्कि सोच विचार कर इस तारीख पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाने की संभावना है।