51 दिवसीय माता-पिता सम्मान संकल्प भारत यात्रा पहुंची आंध्र प्रदेश
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प्रयागराज। 14 मई  को   राजभवन भोपाल  मध्य प्रदेश से राज्यपाल के द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई 51दिवसीय  माता-पिता सम्मान संकल्प भारत यात्रा  विभिन्न राज्यों के प्रमुख स्थलों पर होते हुए चेन्नई से तिरुपति पहुंची जहां  कैलाश राजपुरोहित की 95 वर्षीय माताश्री ने इस पवित्र और पुनीत कार्य के लिए यात्रा में चल रहे टीम को अपना आशीर्वाद दिया। वहीं मित्र मंडली द्वारा  सभी का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।माता पिता के सम्मान में  भोपाल से निकली गई  यात्रा विभिन्न राज्यों से होते हुवे  तिरुपति से आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा पहुंची। विजयवाड़ा में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के प्रभारी बालकृष्ण सुब्रमण्यम जी के मार्गदर्शन में डी दुर्गा राव, आर आर कुमार,  ई भास्कर,  विजय प्रसाद सहित पतंजलि की  टीम ने  यात्रा में चल रहे लोगों का पुष्प मालाओं से स्वागत किया।इस दौरान संस्कार सेना के संस्थापक हरभजन जांगड़े के द्वारा  पतंजलि की टीम का संस्कार सेना के मेडल पहना कर  सम्मान करने के पश्चात  यात्रा तेलंगाना हैदराबाद के लिए रवाना हुएयात्रा के दौरान टीम का कुशल नेतृत्व कर रहे संस्कार सेना के संस्थापक हर भजन जांगड़े ने   संस्कार सेना के लोगों के साथ ही इंदौर आर्यवृत जर्नलिस्ट असोसिएसन ग्रुप में जुड़े सभी साथियों से  यात्रा के लिए सहयोग करते हुवे निवेदन किया है कि माता पिता के सम्मान में निकाली जा रही माता-पिता  सम्मान संकल्प भारत यात्रा लोग कम से कम   ₹1  का सहयोग  अवश्य करें ताकि यात्रा अपने मकसद में कामयाब हो सक।उन्होंने कहा कि माता पिता के सम्मान को घर घर तक पहुंचाना  इसलिए भी जरूरी है  कि धरती के भगवान हमारे माता पिता हमारे लिए सर्वोपरि हैं और  उनका सम्मान उनका अधिकार है।    51 दिवसीय   हमारी कर्तव्य  यात्रा ने  17 दिन  के पड़ाव को पार कर लिया है।उन्होंने जानकारी देते हुवे बताया कि पवित्र विचारधारा वाली  इस यात्रा ने मध्य प्रदेश से शुरू होकर गुजरात, दमन, मुंबई ,गोवा, तमिलनाडु ,केरल, पांडिचेरी ,आंध्र प्रदेश ,तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद, सहित विभिन्न स्थानों पर पहुंचकर माता पिता के प्रति युवा पीढ़ी को सम्मान का संदेश दिया। हमारी ये यात्रा  01जून 2023 को महाराष्ट्र के नागपुर पहुंच जाएगी जहां संस्कार सेना के साथ ही अन्य संगठनों के द्वारा इसका स्वागत करने के पश्चात एक वृहत  कार्यक्रम रहेगा।तत्पश्चात यात्रा  मंडला ,छिंदवाड़ा , छत्तीसगढ़, रायपुर  के लिए प्रस्थान करेगी और वहां  पर माता पिता के प्रति युवा पीढ़ी को सम्मान का संदेश देते हुवे अपने निर्धारित मार्ग से आगे बढ़ जाएगी।उन्होंने खुशी जाहिर करते हुवे बताया कि  25000 किलोमीटर की इस  यात्रा को आमजन का भरपूर समर्थन मिल रहा है । इस यात्रा में काफी खर्च हो रहा है इसके लिए उन्होंने आमजन से भी इसमें सहयोग देने की अपील करते सहयोग  की अपील की है कि जिससे  जो भी  संभव हो सके वो इस यात्रा के लिए जरूर सहयोग करें ,ताकि  माता पिता के सम्मान में निकली गईपवित्र यात्रा के  विचारो को जन जन तक आसानी के साथ पहुंचाया जा सके।

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