21 साल बाद वायरल हुआ ओसामा का अमेरिकियों को लिखा खत, इजरायल-हमास युद्ध से कनेक्शन
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इजरायल-हमास युद्ध ने दुनिया के सबसे कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन की आवाज को एक बार फिर से जीवित कर दिया है। 21 साल पहले पब्लिश होने वाला ओसाना का पत्र एक बार फिर से चर्चा में है।

टिक-टोकर्स ने ओसामा का ‘अमेरिकी लोगों के नाम पत्र’ खोज निकाला है। यहां हैरानी वाली बात ये है कि खूंखार आतंकवादी की बातों से काफी लोग सहमत दिख रहे हैं। एक ही दिन में हजारों टिकटॉक यूजर्स ने ओसामा के लेटर पर वीडियो बनाए और शेयर किए हैं। ओसामा लेटर के वीडियो अब सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल हो गए हैं।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों ने इसे “टिकटॉक पागलपन की सुनामी” (TikTok PsyOp tsunami) कहा है। लोग हैरान हैं कि आज की पीढ़ी ऐसे ऐसे “घोषणापत्र की तारीफ कर रही है” जिसमें नागरिकों की हत्या को उचित ठहराया गया था।

बता दें कि अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का पत्र 2001 के हमलों के बाद लिखा गया था। यह अमेरिकी धरती पर सबसे भयानक आतंकवादी हमला था। ओसामा का लेटर यह 9/11 के भयावह हमलों को उचित ठहराने की कोशिश करता है। अन्य बातों के अलावा, इसमें इजरायल-फिलिस्तीन का भी जिक्र है। ओसामा ने अमेरिका की ओर इशारा करते हुए लिखा था “हमारे फिलिस्तीन पर कब्जे में दमनकारी इजरायलियों को समर्थन।” ऐसा लगता है कि यही कारण है कि ओसामा का पत्र फिर से सामने आया और वायरल हो गया।

7 अक्टूबर को आतंकवादियों द्वारा 1,400 इजरायली नागरिकों की हत्या करने और 200 से अधिक लोगों को अपहरण कर गाजा ले जाने के बाद इजरायल हमास के साथ युद्ध की स्थिति में है। गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायल ने गाजा पट्टी पर नियंत्रण रखने वाले हमास को खत्म करने की कसम खाई है और उसके जवाबी हमलों में 11,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।

लगातार हो रही बमबारी ने उत्तरी गाजा को मलबे में तब्दील कर दिया है और इजराइल रक्षा बलों (IDF) ने अब गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा को घेर लिया है और छापेमारी कर रहा है। इजरायल के अनुसार, हमास अपने मुख्य कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर के रूप में अल शिफा के नीचे सुविधाओं और सुरंगों का इस्तेमाल करता है।

गाजा पर बमबारी और बच्चों समेत हजारों लोगों की मौत के बाद गाजा में युद्धविराम की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। इसी क्रम में ओसामा बिन लादेन के पत्र के टिकटॉक वीडियो सामने आए और वायरल हो गए। फिलिस्तीन को देश का दर्जा देने के एक अन्य संदर्भ में, ओसामा ने पत्र में कहा है, “फिलिस्तीन दशकों से कब्जे में है, और आपके किसी भी राष्ट्रपति ने 11 सितंबर के बाद तक इसके बारे में बात नहीं की…”

ओसामा ने ‘अमेरिकी लोगों को लिखे अपने पत्र’ को समाप्त करते हुए कहा, “फिलिस्तीन को बंदी नहीं बनाया जाएगा क्योंकि हम उसकी बेड़ियों को तोड़ने की कोशिश करेंगे” और चेतावनी दी है कि अमेरिका “ईसाइयों के खून से अपने अहंकार की कीमत चुकाएगा”। मई 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में एक इमारत पर रात के समय एक रेड में अमेरिकी सेना की सील टीम ने ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था।

द गार्जियन अखबार की वेबसाइट पर 2002 से ओसामा बिन लादेन का पत्र छपा था, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद उसने इसे हटा लिया गया। इसने ओसामा के समर्थन में ही काम किया। कहा जा रहा है कि द गार्जियन द्वारा अपनी वेबसाइट से पत्र को हटाने से ओसामा के पत्र और वीडियो में और अधिक दिलचस्पी बढ़ गई है। द गार्जियन संदेश में कहा गया है, “इस पृष्ठ पर पहले एक दस्तावेज प्रदर्शित किया गया था, जिसमें ओसामा बिन लादेन के “अमेरिकी लोगों को पत्र” का पूरा टेक्स्ट ट्रांसलेट था।” द गार्जियन ने कहा कि दस्तावेज, जो उसी दिन उसकी वेबसाइट पर प्रकाशित हुआ था और 15 नवंबर 2023 को हटा दिया गया था। दस्तावेज को हटाने का कोई कारण नहीं बताया गया। वीडियो वायरल होने के ठीक बाद गार्जियन ने यह कदम उठाया।

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