भारत समेत 14 देशों के साथ जमीनी सीमा साझा करने वाले चीन ने अपनी 700 सीमा चौकियों को नेशनल पावर ग्रिड से जोड़ दिया है। इससे ये चौकियां हर वक्त रोशन रहेंगी और वहां जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हो सकेगा।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की वेबसाइट के मुताबिक इससे सीमा की सुरक्षा मजबूत होगी। इसके अलावा सैनिकों के जीवन स्तर में भी बदलाव आएगा और उन्हें सुविधाएं हासिल होंगी। इसके अलावा बिजली से चलने वाले हथियारों और उपकरणों की भी ज्यादा से ज्यादा तैनाती की जा सकेगी। सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन आदि के लिए भी यह सुविधानजक होगा। इसके अलावा बिजली की बेहतर सप्लाई से रात भी वह अपनी सीमाओं पर प्रकाश कर सकेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक अब तक सीमा चौकियों पर बिजली के लिए सोलर एनर्जी, फ्यूल और विंड एनर्जी पर ही निर्भर रहना पड़ता था। अब यहां नेशनल ग्रिड से लाइट आएगी और हर वक्त बिजली की आपूर्ति से तमाम सुविधाएं रहेंगी। चाइना सेंट्रल टेलीविजन के मुताबिक 2023 में इन 700 चौकियों तक बिजली पहुंचाई गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सीमा चौकियों पर बिजली पहुंचने से मैनेजमेंट बेहद आसान हो जाएगा। ऐसे कई हथियारों को किसी भी वक्त इस्तेमाल किया जा सकेगा, जिनके लिए बिजली की जरूरत है।
अखबार का कहना है कि चीन एक बड़ा देश है और 14 राष्ट्रों के साथ सीमाएं साझा करता है। ऊंचे पहाड़ों, बीहड़, रेगिस्तान एवं दूरस्थ द्वीपों समेत कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर चीन की सीमा पड़ती है। अब ड्रैगन की सीमा यहां पर निगरानी के लिए सुविधाजनक होगी। रिपोर्ट का कहना है कि सीमांत इलाकों में इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना कठिन काम है। लेकिन अब बिजली की सप्लाई यहां तक होने से सुविधा होगी। इसके अलावा सैनिकों के लिए सीमा पर बने रहना भी आरामदायक रहे, यह भी अहम है। अब बिजली हर वक्त रहने से उन्हें तमाम सुविधाएं दी जा सकेंगी। खासतौर पर बर्फीले इलाकों में गर्मी वाले उपकरण चलाए जा सकेंगे।
चीनी सेना का कहना है कि हर वक्त पूरी बिजली मिलने से हीटर, गीजर जैसी चीजें चल सकेंगी। इससे सैनिकों का रहन-सहन दुर्गम इलाकों में भी आसान होगा। इसके अलावा राडार सिस्टम का भी संचालन यहां आसान होगा, जिसके लिए बिजली की जरूरत होती है।