पीएम नरेंद्र मोदी ने हिंदुओं को हिंसा से जोड़ने वाले राहुल गांधी के बयान पर लोकसभा में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आज गंभीर साजिश हो रही है। यह कहा गया कि हिंदू हिंसक होते हैं। यह आपका चरित्र है और आपकी सोच है।
इस देश के हिंदुओं के साथ ऐसे कारनामे हो रहे हैं। यह देश सहनशील है तो इसकी वजह हिंदू हैं। कुछ दिन पहले हिंदुओं में जो शक्ति की कल्पना है, उसके विनाश की घोषणा की गई थी। पूरा बंगाल शक्ति की उपासना करता है। पूरा देश आस्था रखता है और आप उस शक्ति के विनाश की बात करते हो। इन लोगों ने हिंदू आतंकवाद शब्द गढ़ने की कोशिश की थी।
इनके साथी हिंदू धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया जैसे शब्दों से कर चुके हैं। ये लोग गालियां दे रहे हैं। यह देश कभी माफ नहीं करेगा। हम बचपन से सीखते हैं और देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि ईश्वर का हर रूप दर्शन के लिए होता है। उसका स्वरूप निजी स्वार्थ साधने के लिए प्रदर्शन करने को नहीं होता। निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए ईश्वर के रूपों का इस तरह से प्रदर्शन हो रहा है। इसे देश कैसे माफ कर सकता है।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद का जिक्र करते हुए कहा कि पूरी दुनिया ने उनकी बात को माना था। स्वामी जी ने दुनिया को सहिष्णुता का संदेश दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज यदि भारत में लोकतंत्र है और सहिष्णुता है तो इसकी वजह है कि देश में हिंदू समाज बहुसंख्यक है। पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों ने तो हिंदू आतंकवाद जैसी शब्दावली भी गढ़ दी थी। कांग्रेस के इस रवैये को देश की जनता माफ नहीं करेगी।
क्या कहा था राहुल गांधी ने, जिस पर मचा है बवाल
दरअसल राहुल गांधी ने सोमवार को अपने भाषण के दौरान भगवान शिव की तस्वीर दिखाई थी। इसके बाद उन्होंने कहा था, ‘भगवान शिव ने त्रिशूल को गाड़ दिया था। उन्होंने संकेत अहिंसा का संकेत दिया था। इसे वे लोग नहीं समझेंगे, जो खुद को हिंदू कहते हैं और दिन भर हिंसा-हिंसा करते हैं। असत्य-असत्य करते हैं।’ उनकी इसी बात को लेकर विवाद खड़ा हो गया था और हिंदू समाज के अपमान का आरोप लग रहा है। लोकसभा सचिवालय ने हिंदू धर्म पर टिप्पणी वाले राहुल गांधी के भाषण के हिस्से को हटा दिया गया है।