केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी के खिलाफ कथित नस्लवादी टिप्पणी को लेकर मचे बवाल के बीच कर्नाटक के मंत्री जमीर अहमद खान ने कहा है कि उन्होंने जेडीएस नेता को प्यार से कालिया कहा था और अगर इस टिप्पणी से उन्हें ठेस पहुंची है तो वह इसके लिए माफी मांगने के लिए तैयार हैं।
जमीर अहमद ने कहा है कि यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने एचडी कुमारस्वामी के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया है। उन्होंने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “यह इतना बड़ा मुद्दा क्यों है? अगर मैंने उन्हें पहली बार ऐसा कहा होता तो मैं माफी मांगता। जब हम करीबी दोस्त थे तब कुमारस्वामी मुझे कुल्ला (बौना) कहकर बुलाता था और मैं उन्हें करिया (काला) कहता था। अगर कुमारस्वामी या किसी और को ठेस पहुंची है तो मैं उनसे माफी मांगूंगा।” जमीर अहमद खान पांच बार कांग्रेस विधायक रह चुके हैं और सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में कांग्रेस के मंत्री हैं। फिलहाल वह आवास, वक्फ और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का कार्यभार संभाल रहे हैं।
क्या है मामला?
इससे पहले जमीर अहमद खान चन्नपटना विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के सीपी योगीश्वर के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। भाजपा में शामिल हुए योगीश्वर कांग्रेस में वापस आ गए हैं और आगामी उपचुनाव में एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल से मुकाबला करेंगे। चन्नपटना विधानसभा सीट तब खाली हुई थी जब मौजूदा विधायक कुमारस्वामी लोकसभा के लिए चुने गए थे। योगेश्वर के कांग्रेस में वापस आने के बारे में बोलते हुए खान ने कहा था, “हमारी पार्टी में कुछ मतभेदों के कारण उन्होंने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा। उनके पास भाजपा में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। वे जेडीएस में शामिल होने के लिए तैयार नहीं थे क्योंकि ‘कालिया कुमारस्वामी’ भाजपा से ज्यादा खतरनाक थे। अब वे घर वापस आ गए हैं।” इस बयान के बाद हंगामा शुरू हो गया था।
जमकर हुई आलोचना
जेडीएस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे राजनीतिक बयानबाजी का निचला स्तर कहा था। पार्टी ने X पर एक पोस्ट में कहा, “देश जमीर अहमद द्वारा एचडी कुमारस्वामी के खिलाफ अपमानजनक और नस्लीय टिप्पणी की कड़ी निंदा करता है। सभ्य समाज में इसकी कोई जगह नहीं है।” वहीं भाजपा नेता और केंद्र सरकार में कुमारस्वामी के सहयोगी किरेन रिजिजू ने टिप्पणी की आलोचना की थी। उन्होंने कहा, “मैं कांग्रेस के मंत्री जमीर अहमद द्वारा केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को ‘कालिया कुमारस्वामी’ कहने की कड़ी निंदा करता हूं। यह एक नस्लवादी टिप्पणी है ठीक वैसे ही जैसे राहुल गांधी के सलाहकार रॉबर्ट वाड्रा ने दक्षिण भारतीयों को अफ्रीकी, पूर्वोत्तर को चीनी और उत्तर भारतीयों को अरब जैसा बताया था।”