उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद ने प्रयागराज में हत्या से पहले लगातार दो दिन अपनी पैंट गीली की थी। अतीक हत्याकांड में पुलिस की भूमिका की जांच कर रहे न्यायिक आयोग की रिपोर्ट यूपी विधानसभा में पेश हो गई है।
रिपोर्ट में जिक्र है कि डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों की वजह से अतीक का शरीर पर नियंत्रण कमजोर पड़ गया था जिसकी वजह से 14 और 15 अप्रैल को अतीक ने पैंट खराब कर ली थी। अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल 2023 को प्रयागराज के अस्पताल में तब तीन लड़कों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी जब पुलिस दोनों को रिमांड के तहत मेडिकल जांच के लिए ले गई थी। पुलिस ने मौके से ही तीनों हमलावर सन्नी, लवलेश और अरुण को गिरफ्तार कर लिया था। अतीक की हत्या के दिन ही उसके बेटे असद को दफनाया गया था जो दो दिन पहले एक एनकाउंटर में मारा गया था।
अतीक की हत्या के बाद कई लोगों ने पुलिस की इसमें मिलीभगत का आरोप लगाया था। इसके बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसकी जांच के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन किया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति दिलीप बाबासाहेब भोसले की अध्यक्षता में इस आयोग ने 191 पन्नों में अपनी रिपोर्ट सौंपी है जिसमें पुलिस की मिलीभगत या लापरवाही को खारिज कर दिया गया है। आयोग ने मीडिया को भी इस तरह के मामलों की रिपोर्टिंग में सावधानी और सतर्कता बरतने की नसीहत दी है।
अतीक अहमद को 14 अप्रैल को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाने वाले पुलिस ड्राइवर सत्येंद्र कुमार ने आयोग के समक्ष कहा है कि अस्पताल से लौटने के क्रम में अतीक ने अपनी पैंट गंदी कर ली थी। पुलिस ने आयोग को बताया है कि मधुमेह और रक्तचाप का मरीज अतीक लगातार बेचैनी की शिकायत कर रहा था। पुलिस एनकाउंटर में बेटे असद की मौत की खबर मिलने के बाद अतीक ने कहा था कि उसका दिमाग काम नहीं कर रहा है। 15 अप्रैल यानी हत्या वाले दिन भी सुबह में अतीक की पैंट गीली हो गई थी। पुलिस ने इस दौरान सरकारी अस्पताल में जांच के अलावा धूमनगंज थाने में भी अतीक और उसके भाई को एक प्राइवेट डॉक्टर से दिखवाया था। स्टेशन डायरी में दर्ज इन चीजों का रिपोर्ट में संज्ञान लिया गया है।