योग दिवस पर स्वर्ण मंदिर में सोशल मीडिया इंफ्लूसर अर्चना मकवाना के योगा करने से मचे बवाल के बाद सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अब स्वर्ण मंदिर में फिल्मों के प्रमोशन पर रोक लगा दी है।श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि श्री हरमंदिर साहिब फिल्मों को प्रमोट करने वाला स्थल नहीं है। उन्होंने कहा कि आप आएं यहां, माथा टेकें, अरदास करें लेकिन अपनी फिल्मों की प्रमोशन बिल्कुल न करें। हरमंदिर साहिब बाणी पढ़ने-सुनने वाला स्थान है।
गुरुद्वारा साहिब की मर्यादा के बारे में बहुत कम जानकारी है संगत को
उन्होंने कहा कि श्री दरबार साहिब में बड़ी संख्या में संगत माथा टेकने आती है। लेकिन संगत को गुरुद्वारा साहिब की मर्यादा के बारे में बहुत कम जानकारी है। संगत से अपील है कि श्री दरबार साहिब में फोटो न खींचें। कई फिल्में रिलीज होती हैं। फिल्म रिलीज होने से पहले टीम दरबार साहिब में माथा टेकने आती है। उनके साथ वीडियोग्राफी टीम भी होती है। संगत के तौर पर दरबार साहिब आता है तो वह माथा टेक सकता है और अरदास कर सकता है, लेकिन फिल्मों का प्रचार दरबार साहिब में नहीं होगा। इस दौरान उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के स्थापना दिवस के अवसर पर जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने संगत को बधाई भी दी।
दिलजीत दोसांझ ने हाल ही में किया था अपनी फिल्म का प्रचार
हाल ही में अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने अपनी फिल्म जट्ट एंड जूलियट-3 के सफलता के लिए यहां पहुंचे थे। दिलजीत ने हरमंदिर साहिब में अपना मत्था टेका और पवित्र परिक्रमा के दर्शन भी किए थे। पहले सुबह में उन्होंने पालकी साहिब की सेवा भी निभाई थी।
योग करने की घटना के बाद हरकत में आई एसजीपीसी
अमृतसर के गोल्डन टेंपल में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना के योग करने के बाद एसजीपीसी हरकत में आई थी। गोल्डन टेंपल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एसजीपीसी ने कुछ नियम बनाए हैं। इन नियमों का पालन करना हर श्रद्धालु के लिए जरूरी है। ये नियम इसलिए बनाए गए हैं, ताकि सिखों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। इसके बाद शिरोमणि कमेटी ने श्री हरिमंदिर साहिब में फोटोग्राफी या सैल्फी लेने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।