सोशल मीडिया की पिच पर समाजवादी पार्टी अब नए सिरे से जंग की तैयारी में हैं। इस बार वह इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल भाजपा के प्रचार का जवाब हर स्तर पर देने में करेगी। इसके लिए हर तीन लोकसभा सीट पर एक सोशल मीडिया प्रभारी बनेगा।
अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए सियासी तौर पर यू- टयूब पर सक्रिय लोगों को जोड़ेगी।
स्मार्ट फोन पर वॉट्सअप के जरिए पार्टी अब सियासी रण में आक्रमक तेवर दिखाते हुए एजेंडा आगे बढ़ाएगी लेकिन वह भाजपा के किसी धार्मिक सवाल से बन रहे नैरेटिव से बचेगी। तय हुआ है कि तीन लोकसभा सीट वाला प्रभारी एक वाट्सअप ग्रुप बनाएगा। उसके नीचे वालंटियर भी इस तरह के ग्रुप बनाएंगे। वह इसमें पहले कार्यकर्ताओं व लोकसभा क्षेत्र के वोटरों को जोड़ेगा। इसमें पार्टी अपने नेताओं के भाषण, दौरों के आडियो-वीडियो डालेगी। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहीं भी कोई भी दिया भाषण उस ग्रुप में भेजा जाएगा।
अखिलेश यादव ने निर्देश दिए हैं कि भाजपा के किसी प्रोपेगंडा का जवाब तुरंत देना चाहिए और इसके लिए घटनाओं का रिकार्ड रखना चाहिए। पूरी बात शालीनता व तथ्य आंकड़ों के साथ सोशल मीडिया पर देकर भाजपा के हमले का जवाब दिया जाना चाहिए। असल में पार्टी 2024 के मिशन के मद्देनजर इंडिया गठबंधन के तहत वर्चुअल वॉर के लिए खुद को पूरी तरह तैयार करने में जुटी है।
सपा सांसद डिंपल यादव खुद सोशल मीडिया पर विभिन्न दलों के आ रहे कंटेंट व पार्टी की ओर से दिए जा रहे जवाब की पूरी मुहिम पर निगाह रख रही हैं। सपा ऐसे लोगों की भी सेवाएं लेगी जो पार्टी से बाहर रह कर सोशल मीडिया पर यूटयूब चैनल चला रहे हैं।
सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी झूठी खबरें सोशल मीडिया पर प्रचारित करती है और उसके समर्थन में उन्हीं के लोग लाइक व कमेंट करते हैं। अब सपा भी इसका बखूबी जवाब देकर जनता के सामने सच्चाई रखेगी। सपा के डिजिटल योद्धाओं को खास तौर पर प्रशिक्षत किया जाएगा।
इसलिए पड़ी जरूरत
सपा की सोशल मीडिया टीम ब्रैंडिंग पर काम करेगी। इसमें सपा की रथयात्रा, चुनावी अभियानव चुनावी मुद्दों को लोगों को डिजिटल माध्यम से पहुंचाने में भूमिका पर जोर होगा। वहीं, सरकार और भाजपा के आयोजनों-कार्यक्रमों की असलियत भी इसी के जरिए बताई जाएगी। सरकार या भाजपा के बड़े आयोजनों के बाद सपा उसके दूसरे पहलुओं को उजागर करेगी। इस दौरान नाकामियों को दिखाने पर खास जोर होगा।