महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने हाल ही में 500 टेस्ट विकेट पूरे करने वाले रविचंद्रन अश्विन को बधाई दी। उनका मानना था कि इस दिग्गज ऑफ स्पिनर को दो साल पहले ही टेस्ट टीम की कप्तानी मिल जानी चाहिए थी।
अश्विन, शुक्रवार 16 फरवरी को 500 टेस्ट विकेट लेने भारत के दूसरे गेंदबाज बने थे। उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी में सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली को आउट किया करते ही उस दुर्लभ सूची में जगह बना ली, जिसमें भारत के एकमात्र अनिल कुंबले शामिल थे।
गावस्कर को लगता है कि अश्विन की प्रतिभा ने उन्हें हमेशा भारत के लिए कप्तानी की क्षमता वाला खिलाड़ी बनाया है। गावस्कर ने कहा है कि दो साल पहले उन्हें कप्तानी का सम्मान मिल जाना चाहिए था। पिछले साल जब भारत ने कई अलग-अलग टीमों को मैदान में उतारा है तो उस समय अश्विन टेस्ट टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी थे। एक समय पर केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह को कप्तानी मिल गई, लेकिन आर अश्विन को वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वह हकदार थे।
सुनील गावस्कर ने मिड-डे को लिखे अपने कॉलम में कहा, “रविचंद्रन अश्विन को 500वां टेस्ट विकेट हासिल करने पर बधाई। वह बहुत ही जबरदस्त क्रिकेटर रहे हैं। खेल के सबसे बेहतरीन विचारकों में से एक और हमेशा कुछ नया और अलग करने की कोशिश करने को तैयार रहते हैं, चाहे वह रन-अप हो, डिलीवरी एक्शन हो और निश्चित रूप से, बल्लेबाज को चकमा देने वाली डिलीवरी हो।”
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पूर्व भारतीय कप्तान ने आगे कहा, “उन्हें कुछ साल पहले भारत की कप्तानी से सम्मानित किया जाना चाहिए था, जब भारत की दो टीमें एक ही समय में खेल रही थीं। शाबाश, अश्विन, और भविष्य में आपको और अधिक विकेट, नई गेंदें और अलग एक्शन के लिए शुभकामनाएं।” बता दें कि अश्विन राजकोट टेस्ट मैच के दूसरे दिन के खेल के बाद मुकाबले से किनारा कर लिया था, क्योंकि उनको किसी फैमिली मेडिकल इमरजेंसी के कारण चेन्नई लौटना पड़ा था। हालांकि, वे मैच के चौथे दिन फिर से टीम का हिस्सा बन गए थे।