असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब से हर सरकारी कार्यक्रम में सिर्फ शाकाहारी व सात्विक भोजन परोसा जाएगा। सरमा ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘हमारी सरकार वीआईपी कल्चर को खत्म करेगी।मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े वाहनों और बैरिकेड्स पर हम कटौती कर रहे हैं। अब से हर सरकारी कार्यक्रम में सिर्फ शाकाहारी व सात्विक भोजन परोसा जाएगा।’ इसे लेकर जारी नोटिफिकेशन में यह साफ किया गया कि यह नियम स्टेट गेस्ट्स के लिए लागू नहीं होगा।
हिमंत विश्व सरमा ने बीते दिनों दावा किया था कि उनके राज्य में मुस्लिम आबादी हर 10 साल में लगभग 30 प्रतिशत बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि 2041 तक वे बहुसंख्यक हो जाएंगे। सरमा ने कहा, ‘सांख्यिकीय नमूने के अनुसार असम में मुस्लिम आबादी 40 प्रतिशत है। 2011 में असम में 1.4 करोड़ मुसलमान थे। 2041 तक असम मुस्लिम बहुल राज्य बन जाएगा। यह एक वास्तविकता है और इसे कोई नहीं रोक सकता।’ वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, असम में कुल मुस्लिम आबादी 1.07 करोड़ थी जो कुल 3.12 करोड़ निवासियों का 34.22 प्रतिशत थी। राज्य में 1.92 करोड़ हिंदू थे जो कुल आबादी का लगभग 61.47 प्रतिशत था।
दूसरी ओर, लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। जाने का रविवार को स्वागत किया। इसे लेकर हिमंत विश्व सरमा ने कहा कि राज्य को आचार्य के संगठनात्मक और विधायी अनुभवों से लाभ मिलेगा। उन्होंने निवर्तमान राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को अपने कार्यकाल के दौरान उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ का राज्यपाल बनाए जाने पर असम के पूर्व सांसद रमेन डेका को भी बधाई दी। राष्ट्रपति भवन ने घोषणा की है कि आचार्य को असम का राज्यपाल बनाया गया है और उन्हें मणिपुर का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। कटारिया को बनवारीलाल पुरोहित की जगह पंजाब का राज्यपाल बनाया गया है। उन्हें केंद्र-शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक भी नियुक्त किया गया है।