यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेंगोल (राजदंड) को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) पर प्रहार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि सपा के मन में भारतीय इतिहास एवं संस्कृति के प्रति कोई सम्मान नहीं है।योगी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘समाजवादी पार्टी के मन में भारतीय इतिहास और संस्कृति के प्रति कोई सम्मान नहीं है।’ उनका यह पोस्ट अंग्रेजी में है। उन्होंने कहा, ‘सेंगोल पर उसके शीर्ष नेताओं की टिप्पणियां निंदनीय हैं। यह उनकी अज्ञानता को दर्शाती है। यह विशेष रूप से तमिल संस्कृति के प्रति इंडी गठबंधन की नफरत को भी दर्शाता है।” योगी ने लिखा, ”सेंगोल भारत का गौरव है। यह सम्मान की बात है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे संसद में सर्वोच्च सम्मान दिया।” समाजवादी पार्टी के सांसद आर के चौधरी ने विगत दिनों प्रोटेम स्पीकर को पत्र लिखकर सेंगोल को राजशाही का प्रतीक बताते हुए उसे संसद भवन से हटाने की मांग की थी।
क्या है पूरा मामला
यूपी की मोहनलालगंज लोकसभा सीट से सांसद आरके चौधरी ने लोकसभा स्पीकर को लिखे पत्र में सेंगोल को हटाने की मांग की थी। चौधरी ने कहा था, ‘मैं जब शपथ ले रहा था तो वहीं पर सेंगोल लगा देखा। इसका सेंगोल का अर्थ राजदंड से है। राजदंड का मतलब होता है, राजा का दंड। अब जब देश में लोकतंत्र है और व्यवस्था संविधान के अनुसार चल रही है तो फिर इसकी हमें क्या जरूरत है। इसे सदन से हटा देना चाहिए। राजा-रजवाड़ों का शासन खत्म करके ही देश में लोकतंत्र लाया गया था। इसलिए अब इसकी हमें क्या जरूरत है। अब तो देश संविधान से ही चलना चाहिए।