सत्यपाल मलिक के बहाने पर राम माधव को घेरने में जुटी कांग्रेस
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कांग्रेस ने मंगलवार को आरएसएस नेता राममाधव के खिलाफ केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग की। यह मांग जम्मू और कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के आरोप के आधार पर की गई है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि सत्यपाल मलिक ने आरएसएस नेता राम माधव के खिलाफ बेहद गंभीर आरोप लगाया था, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी हैं।

इसमें मलिक ने कहा था कि राम माधव ने 2021 में उन्हें 300 करोड़ रुपए का घूस देने की पेशकश की थी। उस वक्त मलिक के खुलासे के बाद राम माधव ने कहा था कि वह इस मामले की जांच कराएंगे लेकिन अभी तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

कहा-बेहद गंभीर मामला
पवन खेड़ा ने आगे कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है, क्योंकि सत्यपाल मलिक कांग्रेस या किसी दूसरी पार्टी के नेता नहीं हैं। वह दो दशक से भाजपा के नेता हैं। उन्हें उस वक्त जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई थी जब वहां पर धारा 370 लागू की जा रही थी। पवन खेड़ा ने पूछा कि आखिर अब सत्यपाल मलिक कहां हैं? खेड़ा ने आगे कहा कि कैसे मलिक की सुरक्षा घटा दी गई है। उन्होंने कहा कि आज सत्यपाल मलिक एक निजी सुरक्षा अधिकारी के साथ दिल्ली में रह रहे हैं। खेड़ा ने कहा कि आज गुलाम नबी आजाद जैसे लोग जेड प्लस सुरक्षा का मजा ले रहे हैं और उन्हें दिल्ली के साउथ एवेन्यू में आलीशान बंगला मिला हुआ है।

मलिक को किस बात की सजा?
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सत्यपाल मलिक ने दो बार गृह मंत्री को पत्र लिखकर जेड प्लस सुरक्षा की मांग की, लेकिन उन्हें कोई रिस्पांस नहीं मिला। उन्होंने कहा कि यहां तक कि किरन पटेल जैसे फेक व्यक्ति को जेड प्लस सुरक्षा दी गई तो क्या मलिक यह डिजर्व नहीं करते थे? पवन खेड़ा ने पूछा कि क्या सत्यपाल मलिक को आरएसएस सदस्य की मिली-भगत से इंश्योरेंस स्कीम में 300 करोड़ रुपए के घूस की बाबत बोलने की सजा मिल रही है? उन्होंने कहा कि आखिर इस बात से डर किसे लग रहा है? या तो यह आरएएस होगी या फिर पीएमओ? कांग्रेस प्रवक्ता ने इस मामले में प्रधानमंत्री से भी जांच का आग्रह किया और कहा कि अगर सत्यपाल मलिक झूठ बोल रहे हैं तो उनके खिलाफ आरएसएस, पीएमओ और राम माधव तीनों की तरफ से मानहानि का केस किया जाना चाहिए।

राम माधव ने कही थी यह बात
वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल द्वारा लगाए गए आरोपों के बाबत राम माधव ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि सत्यपाल मलिक ने कभी ऐसा कुछ कहा था। बल्कि, कल से एक दिन पूर्व उन्होंने पहली बार मेरा नाम लिया था। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गलत है और हम कानूनी रास्ता अख्तियार करेंगे। राम माधव ने आगे कहा कि इस सलाह के लिए कांग्रेस का शुक्रिया, लेकिन उनके प्रवक्ता को जो भी मुंह में आए वह बोलते जाने की बीमारी है। इसी के चलते वह जेल भी जा चुके हैं। आरएसएस नेता ने कहा कि यही वजह है कि मैं उनके शब्दों पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देता हूं। मैं बस इतना कहूंगा कि इस मामले में सीबीआई पहले ही जांच कर चुकी है और मेरे समेत विभिन्न अधिकारियों से भी बात कर चुकी है।

मलिक ने किया था ऐसा दावा
राम माधव ने कहा कि पवन खेड़ा को कोई जानकारी नहीं है और बिना कुछ जाने बोलते रहते हैं। यह मामला पहले से ही सीबीआई के संज्ञान में है और वह मेरे समेत मलिक की भूमिका की भी जांच कर चुका है। गौरतलब है कि अक्टूबर 2021 में सत्यपाल मलिक ने सनसनीखेज दावा किया था। इसके मुताबिक उनसे कहा गया था कि अगर वह अपने कार्यकाल के दौरान अंबानी और आरएसएस से जुड़े एक व्यक्ति से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देते हैं तो उन्हें 300 करोड़ रुपये की रिश्वत मिलेगी, लेकिन उन्होंने सौदे रद्द कर दिए। जांच एजेंसी ने सरकारी कर्मचारियों के लिए एक ग्रुप मेडिकल इंश्योरेंस स्कीम के लिए अनुबंध देने के संबंध में मलिक के आरोपों के आधार पर पिछले साल अप्रैल में दो प्राथमिकी दर्ज की थीं। मलिक से अक्टूबर में भी पूछताछ की गई थी।

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