लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरक्षण और जातिगत जनगणना को लेकर अपनी-अपनी बातें कही. संसद में पहले राहुल गांधी ने आगामी चुनावों में जाति जनगणना करने का वादा किया और 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को तोड़ने का मुद्दा उठाया. वहीं इसके बाद पीएम मोदी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर आरक्षण को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए. ऐसे में इस रिपोर्ट में जानेंगे कि दोनों नेताओं ने आरक्षण को लेकर क्या प्रतिक्रियाएं दी सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने समता और संतुलित विकास के लिए आरक्षण की संकल्पना दी थी, लेकिन कांग्रेस ने इसका विरोध किया और दशकों तक मंडल कमीशन की रिपोर्ट को दबाए रखा. मोदी ने कहा कि पं. नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक कांग्रेस ने आरक्षण का विरोध किया, जबकि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी का दावा है कि जब कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई, तब ओबीसी को आरक्षण का लाभ मिला.वोट बैंक की राजनीति का लगाया आरोपउन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आरक्षण को सत्ता की भूख के रूप में इस्तेमाल किया और धर्म के आधार पर आरक्षण के नए तरीके की शुरुआत की, जो संविधान की भावना के खिलाफ था. पीएम ने कहा कि यह कांग्रेस का पाप था, जो सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए किया गया था. मोदी ने यह भी कहा कि बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न देने का काम कांग्रेस के सत्ता से बाहर जाने के बाद हुआ था.
इस दौरान उन्होंने नेहरू के आरक्षण के विरोध का जिक्र किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पं. नेहरू ने आरक्षण के खिलाफ मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी और इस पर लंबे-लंबे भाषण दिए थे. इसी तरह, राजीव गांधी और उनके बाद के प्रधानमंत्रियों ने भी आरक्षण के मुद्दे पर विरोध किया. पीएम ने इसे इतिहास का एक महत्वपूर्ण तथ्य बताया और कहा कि आरक्षण का वास्तविक लाभ गरीबों और पिछड़ों को कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने के बाद ही मिला.
राहुल गांधी का जाति जनगणना पर जोर
वहीं, राहुल गांधी ने अपनी पार्टी की ओर से जाति जनगणना की मांग की. उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार आएगी, तो जातिगत जनगणना की प्रक्रिया शुरू होगी और इस जनगणना के बाद वे 50 प्रतिशत आरक्षण की दीवार को तोड़ने का वादा करेंगे. राहुल ने कहा कि यह कदम देश के सामाजिक और राजनीतिक समानता को बहाल करने के लिए आवश्यक है और उनकी सरकार इसे लागू करेगी.
आरक्षण पर राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने देश के युवाओं का भविष्य खराब किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने युवाओं को अंगूठा काटने जैसा काम किया है. राहुल ने यह भी कहा कि वे यह वादा करते हैं कि उनकी पार्टी सत्ता में आने के बाद जातिगत जनगणना और 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को तोड़ने का काम करेंगे.
संविधान की रक्षा और सामाजिक समानता
राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर समाजिक समानता को खत्म करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि आज देश में सामाजिक और वित्तीय समानता नहीं रही है. बीजेपी और संघ के खिलाफ आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी संविधान की रक्षा की बात करती है, लेकिन जब वे सावरकर की बात करते हैं, तो संविधान के खिलाफ जाते हैं. राहुल ने यह स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी जाति जनगणना की प्रक्रिया को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और समाज में समानता लाने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी.