मध्य प्रदेश में चुनावी बिगुल बजने के बाद से सियासी मोहरे जमाए जा रहे हैं। प्रदेश में दोनों प्रमुख दल बीजेपी और कांग्रेस में वोट पर कब्जा करने की मुहिम तेजी पर है। यही कारण है कि बीजेपी लगातार लाडली बहना की बात कर रही है तो कांग्रेस ने छात्र स्कीम लॉन्च करके वोट को अपने पाले में करने के लिए चुनावी बिसात बिछाने में जुटी है।
कांग्रेस ने वरिष्ठ ने कहा कि मध्य प्रदेश में स्कूली छात्रों को फ्री शिक्षा प्रदान करने का कांग्रेस का चुनावी वादा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना का जवाब है।
बता दें कि गुरुवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनावी राज्य मध्यप्रदेश में 12वीं कक्षा तक मुफ्त शिक्षा के साथ-साथ छात्रों को भत्ता देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि न केवल कक्षा एक से कक्षा 12वीं तक के छात्रों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाएगी बल्कि पढ़ो और पढ़ाओ योजना के तहत कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को 500 रुपये, कक्षा आठ से दस तक के बच्चों के लिए 1,000 रुपये और कक्षा 11वीं और 12वीं के बच्चों को 1,500 रुपये हर महीने दिए जाएंगे।
इसके अलावा पार्टी पहले ही 11 गारंटी का वादा कर चुकी है, जिसमें महिलाओं को प्रति व्यक्ति 1,500 रुपये प्रति माह, 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर, सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना, किसानों की ऋण माफी, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को 27% आरक्षण, पहले 100 यूनिट बिजली खपत पर कोई चार्ज नहीं और 200 यूनिट पर 50% चार्ज आदि शामिल है। नाम न छापने की शर्त पर एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि हम अपनी योजनाओं का मुकाबला करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चुनावी वादों की श्रृंखला से तंग आ चुके थे। उन्होंने महिलाओं को प्रति माह ₹1,000 प्रदान करने के लिए लाडली बहना योजना लागू की और बाद में घोषणा की कि राशि को प्रति माह ₹3,000 तक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने महिलाओं को प्रति माह ₹1,250 देना भी शुरू कर दिया। हमारी ₹500 एलपीजी योजना का मुकाबला करने के लिए, उन्होंने ₹450 में एलपीजी की पेशकश की।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मतदाताओं के मन में भ्रम पैदा करने की कोशिश की कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कांग्रेस महिलाओं को 1,500 रुपये देने की अपनी योजना को लागू करेगी। जबकि बीजेपी सरकार ने पहले ही अपनी लाडली बहना योजना लागू कर उसे देना शुरू कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी पार्टी स्कीम के साथ मतदाताओं को भावनात्मक रूप से जोड़ने के लिए कुछ ज्यादा प्रभावी की तलाश कर रहा था। एक मां के लिए उसका बच्चा भगवान का सबसे अनमोल उपहार होता है। इसलिए बच्चों के लिए स्कीम के तौर पर ये खुद ही माताओं और परिवार के मुखियाओं को हमारे और हमारी योजनाओं के साथ जोड़ देगी।’
एक दूसरे कांग्रेस नेता ने कहा, ‘छात्रों के लिए हमारी नकद योजना ने सीएम को भी आश्चर्यचकित कर दिया है, जिन्हें इस योजना की निंदा करने के लिए शुक्रवार को एक बयान जारी करना पड़ा। हालांकि, कुछ और भी है जो रोजगार के मोर्चे पर पार्टी के घोषणापत्र में शामिल किया जाएगा।
बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में छात्रों को फ्री शिक्षा और नकद प्रोत्साहन देने का वादा करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमल नाथ गांधी परिवार पर झूठी घोषणाएं करने का दबाव बनाकर उन्हें भी धोखा दे रहे हैं। चौहान ने कहा ,’पहले गांधी परिवार ने सभी को धोखा दिया लेकिन अब कमलनाथ गांधी परिवार को धोखा दे रहे हैं। जिस तरह से प्रियंका गांधी को घोषणा करने के लिए कहा गया, मैंने वह वीडियो देखा है। वह कई घोषणाएं करके बैठ चुकी थीं..फिर उन्होंने कहा एक और अहम घोषणा ..। चौहान ने कहा कि जब प्रियंका ने घोषणा की कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो मध्य प्रदेश में कक्षा एक से 12वीं तक के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी, तब कमलनाथ उनके पास गए और उनसे कुछ सुधार करने को कहा।