प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीट वाराणसी पर नामांकन पत्रों की जांच में 41 में से 32 प्रत्याशियों के पर्चे खारिज हो गए हैं। बुधवार की शाम साढ़े सात बजे तक पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस-बसपा समेत सात प्रत्याशी मैदान में बचे थे।केवल एक प्रत्याशी शिवकुमार का पर्चा जांच के लिए बचा है। चार दिनों तक नामांकन नहीं दाखिल करने का आरोप लगाकर हंगामा करने वाले स्टैंड अप कामेडियन श्याम रंगीला का पर्चा भी खारिज हो गया है। उनक पर्चे में कई कमियां पाई गई हैं। वाराणसी में 17 मई तक अभी यहां नाम वापस लेने का समय है। अगर किसी ने नाम वापस नहीं लिया तो मैदान में कुल आठ प्रत्याशी ही रह जाएंगे।
इसमें भाजपा से प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस से अजय राय, बसपा से अतहर जमाल लारी, अपना दल कमेरावादी से गगन प्रकाश, राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति से पारस नाथ केशरी और तीन निर्दल हैं। निर्दल प्रत्याशियों में जिनका नामांकन सही पाया गया है उनमें योगेंद्र कुमार शर्मा, दिनेश कुमार यादव और संजय कुमार तिवारी का नाम शामिल है। युग तुलासी पार्टी के शिवकुमार का पर्चा जांच में लगा हुआ है। अगर सही पाया जाता है तो कुल नौ प्रत्याशी हो जाएंगे।वाराणसी में 41 प्रत्याशियों ने कुल 55 पर्चे भरे थे। एक कैंडिडेट एक से अधिक पर्चे भरते हैं। जैसे पीएम मोदी और अजय राय ने चार-चार सेट में पर्चा भरा था। शिवकुमार ने भी चार सेट में पर्चा भरा है। 55 में से 51 पर्चों की जांच हो चुकी है। 36 रद हुए और आठ प्रत्याशियों के 15 पर्चे स्वीकार किए गए हैं। शिवकुमार के चारों पर्चों की जांच चल रही है।