राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वसुंधरा राजे के दूध-नींबू वाले बयान पर चुटकी ली है। गहलोत ने बीकानेर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने तो उनकी योजनाएं चालू रखी है ईआरसीपी, वसुंधरा राजे ने हमारी योजनाओं को बंद कर दिया।
नींबू में और दूथ में यही फर्क है। मीडिया वाले वसुंधरा राजे को बता दीजिए। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि किसी की लापरवाही से 40 हजार करोड़ की रिफायनरी 76 हजार करोड़ की हो जाए, इससे बड़ा नुकसान और क्या हो सकता है। बताईये आप। हमने वसुंधरा सरकार की कोई योजना बंद नहीं की है। ईआरसीपी है। हमनें बंद नहीं की है।
सीएम गहलोत ने कहा कि इस बार पब्लिक इंटरेस्ट के अंदर सरकार लानी है। हम पीएम मोदी से मांग कर रहे हैं जो वादा किया है उसे निभाओं राष्ट्रीय परियोजना घोषित करों। वो नहीं कर रहे हैं हम खुद 13 हजार करोड़ रुपये लगा रहे हैं। वह तो वसुंधरा राजे की योजना थी। हम उसे आगे बढ़ा रहे हैं। ये ही फर्क है वसुंधरा राजे और हम लोगों के अंदर। नींबू में और दूथ में यही फर्क है। हमने तो उनकी योजनाएं चालू रखी है। ईआरसीपी और वसुंधरा राजे ने हमारी योजनाओं को बंद कर दिया।
वसुंधरा राजे ने पायलट को दिया जवाब
सीएम अशोक गहलोत ने बीकानेर में मीडिया से बात करते हुए इशारों ही इशारों में वसुंधर राजे पर जमकर निशाना साधा। बता दें वसुंधरा राजे ने पिछले दिनों सूरतगढ़ में एक कार्यक्रम में सचिन पायलट के मिलीभगत के आरोप कहा था- दूध और नींबू का रस एक साथ नहीं मिलते हैं। पूर्व सीएम राजे ने हैरानी जताते हुए कहा कि कई लोग जानबूझकर कह रहे हैं कि ‘हम (राजे और गहलोत) मिले हैं, और हमारे बीच मिलीभगत है।’ उन्होंने कहा कि जिसके साथ सिद्धांत और विचारधारा मेल नहीं खाती, उसके साथ यह कैसे संभव है? क्या दूध और नींबू का रस कभी मिलते हैं?
सचिन पायलट ने लगाया था आरोप
दरअसल सचिन पायलट ने बीते दिनों अशोक गहलोत पर वसुंधरा राजे से सांठगांठ का आरोप लगाया था। पायलट ने भाजपा की सरकार के समय हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों में गहलोत के कार्रवाई न करने को लेकर उपवास किया था। तब पायलट ने गहलोत और वसुंधरा राजे के बीच सांठगांठ को लेकर सवाल उठाया था। सचिन पायलट ने कहा था कि राज्य सरकार के कार्रवाई न करने से लोग ये मान लेंगे कि गहलोत और वसुंधरा के बीच कोई मिलीभगत है। वसुंधरा राजे ने सचिन पायलट के इसी बयान पर पलटवार किया था।