लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी की पहली सूची जारी हो गई है।सपा ने 16 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। सूची में यादव परिवार के डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव का भी नाम शामिल है।
अभी तक भाजपा समेत किसी ने भी प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है। संभल से शफीकुर्रहमान बर्क को दोबारा उतारा गया है। फिरोजाबाद से अक्षय यादव, मैनपुरी से डिंपल यादव, एटा से देवेश यादव, बदायूं से धर्मंद्र यादव, खीरी से उत्कर्ष वर्मा, धौरहरा से आनंद भदौरिया, उन्नाव से श्रीमति अन्नू टंडन को उतारा गया है।इसके अलावा लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा, फर्रुखाबाद से डॉक्टर नवल किशोर शाक्य को टिकट दिया गया है। अकबरपुर से राजाराम पाल, बांदा से शिवशंकर सिंह पटेल, फैजाबाद से अवधेश प्रसाद, अंबेडकरनगर को लालजी वर्मा, बस्ती से रामप्रसाद चौधरी और गोरखपुर से काजल निषाद को मैदान में उतारा गया है। सपा ने अपने आधिकारिक हैंडल पर सूची जारी करते हुए यह भी लिखा किसपा ने कांग्रेस और रालोद गठबंधन के साथ लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरने का फैसला किया है। यूपी की 80 में से 60 सीटों पर सपा ने लड़ने का फैसला लिया है। सात सीटें जयंत चौधरी की रालोद को दी गई है। 11 सीटें सपा ने कांग्रेस को दी है। हालांकि कांग्रेस की तरफ से इन सीटों को लेकर अभी तक न तो इनकार किया गया है और न ही खुलकर गठबंधन की बात कही गई है। ऐसे में सपा और कांग्रेस के गठबंधन पर असमंजस की स्थिति है।
कुछ लोगों का कहना है कि दोनों दलों में अंदरखाने बात हो गई है। इसी को देखते हुए सपा ने प्रत्याशियों का ऐलान किया है। ऐसे में अब इन प्रत्याशियों को अपना प्रचार शुरू करने में ज्यादा समय मिल जाएगा। जो भी हो, सूची के मामले में सपा ने बाजी मार ली है। सपा प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने सूची जारी होने के बाद कहा कि इंडिया गठबंधन भाजपा को यूपी में रोकेगा। उनका विजय रथ यूपी से शुरू हुआ है और यहीं पर रुकेगा।
पिछले लोकसभा चुनाव में सपा ने बसपा के साथ गठबंधन किया था। तब 80 में से भाजपा को 62, बसपा को 10, सपा को 5 सीटें मिली थीं। अपना दल ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी। सपा की हालांकि अब तीन ही लोकसभा सीटें हैं। पांच में से दो सीटें भाजपा ने उपचुनाव में सपा से छीन ली हैं। आजमगढ़ में अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ जीते हैं। इसी तरह रामपुर में आजम खान की सीट पर भी भाजपा का कब्जा हो गया है।