कुख्यात गैंगस्टर लाॅरेंस बिश्नोई गैंग पर एनआईए ने शनिवार को कड़ा ऐक्शन लिया है। इसके तहत तीन राज्यों में उसके चार करीबियों की चार संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं। पंजाब के फाजिल्का के गांव बिशनपुरा में दो संपत्तियां अटैच की गईं, जो आरोपी दलीप कुमार उर्फ भोला दलीप बिश्नोई की थीं।
लॉरेंस बिश्नोई के इन करीबियों का नाम मोहाली में इंटेलिजेंस विभाग के दफ्तर पर हुए आरपीजी हमले में सामने आया था। जब्त संपत्तियों में यूपी में फ्लैट-77/4, आश्रय-1, सुलभ आवास योजना, सेक्टर-1, गोमती नगर एक्सटेंशन, लखनऊ भी शामिल है। यह गिरोह के सहयोगी विकास सिंह से संबंधित है। इसके साथ ही जोगिंदर सिंह निवासी यमुनानगर, हरियाणा के नाम पर पंजीकृत एक फॉर्च्यूनर कार भी जब्त की गई है।
आतंकियों को पनाह देने में हो रहा था इस्तेमाल
एनआईए की जांच के अनुसार, विकास सिंह लॉरेंस बिश्नोई का सहयोगी है। उसने पंजाब पुलिस मुख्यालय पर आरपीजी हमले में शामिल आरोपियों समेत आतंकवादियों को शरण दी। जबकि जोगिंदर सिंह लॉरेंस के करीबी सहयोगी गैंगस्टर काला राणा का पिता है। जोगिंदर सिंह आतंकवादी कृत्यों को बढ़ावा देने के लिए हथियारों और गोला-बारूद के परिवहन के उद्देश्य से अपनी फॉर्च्यूनर कार का उपयोग करने की अनुमति देकर गिरोह के सदस्यों को सुविधा प्रदान कर रहा था। वहीं, आरोपी दलीप कुमार की संपत्ति का उपयोग हथियारों के भंडारण और छुपाने के लिए और गिरोह के सदस्यों को शरण देने के लिए किया जा रहा था।
अगस्त 2022 में यूएपीए के तहत मामला
एनआईए ने अगस्त 2022 में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके सहयोगियों के संगठित अपराध सिंडिकेट के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था। एजेंसी की जांच से पता चला कि गिरोह ने देश के कई राज्यों में अपने माफिया शैली के आपराधिक नेटवर्क फैलाए थे। लॉरेंस बिश्नोई गैंग पंजाब के सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या सहित अनेक रंगदारी, टारगेट किलिंग और हथियारों की तस्करी में शामिल है।