विधानसभा से लेकर लोकसभा चुनावों तक लगातार हार रही मायावती की बहुजन समाज पार्टी को यूपी में जीत वाली संजीवनी मिली है। बसपा ने यूपी के अंबेडकर नगर की कटेहरी प्रथम जिला पंचायत की सीट पर हुए उपचुनाव को जीत लिया है।यहां बसपा ने न सिर्फ समाजवादी पार्टी को हराया बल्कि भाजपा की तो जमानत तक जब्त हो गई है। अंबेकरनगर की कटेहरी विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होना है। बसपा वैसे तो उपचुनावों से दूर रहती है लेकिन इस बार यूपी की सभी दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी उतारने की भी पहले ही घोषणा कर दी है।कटेहरी प्रथम वार्ड नंबर 18 जिला पंचायत सदस्य की सीट पर बसपा की धमाकेदार और एकतरफा जीत हुई है। यहां बसपा समर्थित दीप लता उर्फ डिंपल गौतम ने 3806 वोटों से सपा समर्थित प्रत्याशी को हराया है। डिंपल गौतम बसपा के जिला प्रभारी अरविंद गौतम की पत्नी हैं। जिला पंचायत की इस रिक्त सीट पर मंगलवार को मतदान हुआ था।ब्लाक टांडा और कटेहरी में 70 बूथ पर मतदान हुआ था। 44 बूथ की कटेहरी और 26 बूथ के मतों की गिनती टांडा में हुई। इसमें बसपा की डिंपल गौतम को 8365 मत मिले। सपा की कांती देवी 4559 मत पाकर दूसरे स्थान पर रहीं। भाजपा की सावित्री देवी चार अंकों में भी नहीं पहुंच सकी हैं।कटेहरी विधानसभा के उपचुनाव के ठीक पहले जिला पंचायत सदस्य के उपचुनाव में बसपा की जीत ने कई संकेत दे दिए हैं। सपा को जहां करारा झटका लगा है, वहीं भाजपा जो कटेहरी विधानसभा के उपचुनाव को जीतने की तैयारी में अभी से जुटी हुई है को चुनाव जीतने की रणनीति को बदलने पर मजबूर कर सकती है।यूपी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। पश्चिमी यूपी से लेकर पूरब तक अलग अलग हिस्सों में होने वाले चुनाव प्रदेश की नब्ज भी बताएंगे। यही कारण है कि भाजपा-सपा के साथ ही बसपा ने भी इस बार दमदार दावेदारी पेश करने की तैयारी कर ली है। ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि बसपा के जोर लगाने से सपा या भाजपा किसे नुकसान होगा।